सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : आयकर दिवस भारत के आर्थिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण है। हर साल 24 जुलाई को मनाया जाने वाला यह दिन 1857 के विद्रोह के बाद उत्पन्न वित्तीय संकट से उबरने के लिए सर जेम्स विल्सन द्वारा 1860 में आयकर की शुरुआत करने की याद में मनाया जाता है। अब अपने 166वें वर्ष में यह दिवस केवल औपचारिकता मात्र नहीं है, यह औपनिवेशिक कर व्यवस्था से डिजिटल-प्रथम, अनुपालन-संचालित अर्थव्यवस्था में भारत के परिवर्तन को दर्शाता है।
आयकर दिवस गुरुवार को साइंस सिटी में धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कर्नाटक हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस तथा रवींद्र भारती विश्वविद्यालय के वीसी शुभ्रो कमल मुखर्जी, विशेष अतिथि के रूप से भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली समेत आयकर पश्चिम बंगाल-सिक्किम के डायरेक्टर जनरल अशोक कुमार सरोहा तथा सीसीआईटी सुरभी वर्मा गर्ग उपस्थित थीं। इस दौरान वीसी शुभ्रो कमल मुखर्जी ने कहा कि आयकर विभाग देश के विकास को गति प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। केवल विकास ही नहीं यह देश के भवष्य को भी उज्ज्वल बनाने का पिछले कई दशकों से कार्य कर रहा है।
सौरभ गांगुली ने कहा कि मैंने अपने जीवन में सीखा है कि हम पिच पर या पिच के बाहर क्यों न हों, स्पष्टता होनी काफी आवश्यक है। आयकर विभाग भी पूरी स्पष्टता के साथ देश की सेवा कर रहा है। यहां कार्य करने वाला हर एक अधिकारी सच्चाई और ईमानदारी से अपनी भूमका निभा रहा है। कार्यक्रम में उम्दा प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों को उनकी सेवा के लिए सम्मानित किया गया। आयकर दिवस के अवसर पर आयोजित स्कूल स्तर पर पेंटिंग, निबंध लेखन समेत विभिन्न प्रतियोगिता के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया।