

रांची : रामनवमी से पहले किसी भी अप्रिय स्थिति को टालने के लिए समूचे झारखंड में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रविवार को रामनवमी त्योहार के मद्देनजर रांची, जमशेदपुर, गिरिडीह और हजारीबाग जैसे ‘संवेदनशील’ जिलों में पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। महत्वपूर्ण स्थानों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन की तैनाती के साथ वीडियो कैमरे से लैस सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए दिन में एक उच्च स्तरीय बैठक की और अधिकारियों को त्योहार के दौरान ‘अफवाह फैलाने’ की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। सोरेन ने कहा, विशेष ध्यान चिह्नित किए गए संवेदनशील क्षेत्रों पर होना चाहिए। हाल के वर्षों में रामनवमी के दौरान बाइक रैलियां आयोजित करने की एक नयी परंपरा उभरी है। किसी भी परिस्थिति में बाइक रैलियों की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। ये जनता और आयोजकों के लिए सुरक्षा चुनौतियां पैदा करती हैं।
विभिन्न स्थितियों से निपटने के संबंध में पुलिस की तैयारियों की निगरानी के लिए शुक्रवार और शनिवार को कई जिलों में ‘मॉक ड्रिल’ भी की गई। रांची के अपर जिला दंडाधिकारी (एडीएम) (विधि व्यवस्था) राजेश्वर नाथ आलोक ने बताया कि रामनवमी से पहले राज्य की राजधानी में 200 मजिस्ट्रेट और 2,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
उन्होंने बताया, 650 स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, इसके अलावा 10 ड्रोन कैमरे भी लगाए गए हैं, जो पिछले तीन दिनों से लोगों की आवाजाही पर नजर रख रहे हैं। आलोक ने कहा कि यातायात प्रबंधन उपाय, प्रमुख सड़कों पर पर्याप्त रोशनी, पेयजल सुविधाएं और चिकित्सा शिविर सहित अन्य व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित की गई हैं।
बोकारो के उपायुक्त जाधव विजय नारायण राव ने कहा कि त्योहार के मद्देनजर सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गई हैं। पूर्वी सिंहभूम जिले में उपायुक्त अनन्या मित्तल और एसपी किशोर कौशल ने विभिन्न घाटों का निरीक्षण किया, जहां रामनवमी के ध्वज का विसर्जन होता है।