

रांची : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को धनबाद में आईआईटी (भारतीय खनन विद्यालय) के 45वें दीक्षांत समारोह में शिरकत की। दीक्षांत समारोह के दौरान, मुर्मू ने कंप्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिंग में बीटेक स्नातक में शीर्ष रैंकिंग प्राप्त करने वाले प्रियांशु शर्मा को राष्ट्रपति स्वर्ण पदक प्रदान किया।
राष्ट्रपति ने एक विशेष लिफाफे सहित संस्थान पर एक डाक टिकट भी जारी किया, जो संस्थान के गौरवशाली 100 वर्षों की सफल यात्रा के उपलक्ष्य में था। संस्थान में 2024-25 बैच के कुल 1,880 छात्रों को विभिन्न विषयों में डिग्री प्रदान की गई, जिसमें 1,055 स्नातक और 711 स्नातकोत्तर की डिग्री शामिल थी।
समारोह के दौरान कुल 37 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक, 35 को रजत पदक तथा 21 को प्रोत्साहन पदक एवं पुरस्कार प्रदान किये गए। समारोह में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, राज्यपाल संतोष गंगवार और झारखंड के मंत्री सुदिव्य कुमार भी मौजूद रहे।
एक अधिकारी ने कहा, संस्थान के शताब्दी के बीच इस बार बार दीक्षांत समारोह का विशेष महत्व है। इसमें विज्ञान, प्रौद्योगिकी और शिक्षा के माध्यम से राष्ट्र निर्माण के लिए 100 वर्षों के अटूट समर्पण का प्रतीक है।
संस्थान की स्थापना 9 दिसंबर 1926 को हुई थी। इसे रॉयल स्कूल ऑफ माइंस, लंदन के तर्ज पर बनाया गया था, ताकि भारत के तेजी से बढ़ते खनन उद्योग के लिए कुशल पेशेवर तैयार किए जा सकें।
मुर्मू ऐसी दूसरी राष्ट्रपति हैं जिन्होंने आईआईटी-आईएसएम धनबाद के दीक्षांत समारोह में शिरकत की। इससे पहले 10 मई 2014 को संस्थान के 36 वें दिक्षांत समारोह में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे।