दिवाली पर रांची के 'शांत क्षेत्र' में ध्वनि प्रदूषण 54 % से अधिक बढ़ा

पुराने हाई कोर्ट में ध्वनि प्रदूषण का स्तर 78 डेसिबल
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रांची : झारखंड की राजधानी रांची के निर्दिष्ट 'शांत क्षेत्र' - पुराने हाई कोर्ट में दिवाली पर शोर का स्तर 78 डेसिबल के स्तर को छू गया, जो लगभग 56 प्रतिशत की वृद्धि है।

झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (JSPCB) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार डोरंडा इलाके में पुराने हाई कोर्ट क्षेत्र में सोमवार को सुबह छह बजे से रात 10 बजे के बीच औसत ध्वनि स्तर 78 डेसिबल दर्ज किया गया।

JSPCB ने बताया कि सोमवार रात 10 बजे से मंगलवार सुबह छह बजे तक यह 72 डेसिबल पर बना रहा। अधिकारी ने बताया कि शांत क्षेत्रों के लिए स्वीकार्य सीमा दिन के समय (सुबह छह बजे से रात 10 बजे तक) 50 डेसिबल और रात के समय (रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक) 40 डेसिबल है।

JSPCB चार स्थानों पर ध्वनि के स्तर को मापता है - पुराना हाई कोर्ट (शांति क्षेत्र), अल्बर्ट एक्का चौक (वाणिज्यिक क्षेत्र), अशोक नगर (आवासीय क्षेत्र) और तुपुदाना (औद्योगिक क्षेत्र)।

दिवाली के दिन अल्बर्ट एक्का चौक पर ध्वनि का स्तर औसत स्वीकार्य सीमा से 16.92 प्रतिशत बढ़ गया। आंकड़ों के अनुसार इस इलाके में दिन में 76 डेसिबल और रात में 69 डेसिबल ध्वनि दर्ज की गई।

इसके विपरीत, तुपुदाना में दिन के दौरान ध्वनि का स्तर 65 डेसिबल और रात में 51 डेसिबल दर्ज किया गया, जो क्रमशः 75 डेसिबल और 70 डेसिबल की औसत स्वीकार्य सीमा से कम है।

JSPCB ने इस दिवाली पटाखे फोड़ने के लिए रात आठ बजे से 10 बजे तक दो घंटे का समय दिया था, जबकि झारखंड में 125 डेसिबल से अधिक शोर करने वाले पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।

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