

बोकारो : पश्चिम बंगाल के एक व्यक्ति ने अधिकारियों को धोखा देने के लिए एक ही बैंक खाते का उपयोग करते हुए झारखंड सरकार की मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना (जेएमएमएसवाई) के लिए विभिन्न स्थानों से 94 आवेदन जमा किए थे।
एक अधिकारी ने कहा, बोकारो के उपायुक्त जाधव विजय राव ने धोखाधड़ी से जेएमएमएसवाई का लाभ प्राप्त करने के प्रयासों का पर्दाफाश किया है और आदेश दिया है कि ऐसे आवेदकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए, जिनमें अलग-अलग स्थानों पर एक ही खाते से 94 आवेदन दाखिल करने वाला पश्चिम बंगाल का एक आवेदक भी शामिल है।
उन्होंने बताया कि झारखंड सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य वित्तीय सहायता प्रदान करके महिलाओं को सशक्त बनाना है, लेकिन जांच में पता चला है कि इसके लाभों का दुरुपयोग करने के लिए धोखाधड़ी की जा रही है। पश्चिम बंगाल के यूसुफ नामक व्यक्ति ने एक ही बैंक खाते का उपयोग करके जेएमएमएसवाई के लिए विभिन्न नामों से 94 आवेदन दाखिल किए थे। जिले के विभिन्न ब्लॉक से जमा किए गए इन आवेदनों की नियमित भौतिक सत्यापन प्रक्रिया के दौरान संदेह पैदा हुआ। बोकारो के उपायुक्त के अनुसार, इनमें से 49 आवेदन चंदनकियारी से, 20 कसमार से, 12 बेरमो से और सात गोमिया से दायर किए गए थे।
बता दें कि जेएमएमएसवाई झारखंड सरकार की एक प्रमुख योजना है जिसके तहत राज्य सरकार हर महीने 18-50 वर्ष की आयु वर्ग की लगभग 56 लाख महिलाओं को 2500 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करती है। झारखंड में ‘इंडिया’ गठबंधन की चुनावी जीत का काफी श्रेय जेएमएमएसवाई को भी दिया जाता है।
पिछले साल अगस्त में शुरू की गई इस योजना के तहत शुरुआत में 18-50 वर्ष की आयु की महिलाओं को 1000 रुपये दिए गए और विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाले गठबंधन ने इस राशि को बढ़ाकर 2500 रुपये प्रति माह करने की घोषणा की।