झारखंड की अर्थव्यवस्था के वित्त वर्ष 2025-26 में 7.5 प्रतिशत दर से बढ़ने का अनुमान

शुक्रवार को विधानसभा में पेश राज्य आर्थिक समीक्षा में दावा
झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दौरान वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर
झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दौरान वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर
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रांची : झारखंड की अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2025-26 में 7.5 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है। यह चालू वित्त वर्ष के 6.5 प्रतिशत के अनुमान से अधिक है। शुक्रवार को विधानसभा में पेश राज्य आर्थिक समीक्षा में यह कहा गया। समीक्षा में दावा किया गया है कि कोविड-19 महामारी के बाद के वर्षों में झारखंड की आर्थिक वृद्धि दर देश से आगे निकल गई।

समीक्षा के अनुसार, वर्ष 2020-21 और 2023-24 के बीच झारखंड की औसत वार्षिक वृद्धि दर 9.1 प्रतिशत रही, जबकि देश की औसत वार्षिक दर 8.3 प्रतिशत रही। वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर द्वारा विधानसभा में पेश की गई समीक्षा में कहा गया है कि झारखंड को 2029-30 तक 10 हजार अरब रुपये की अर्थव्यवस्था बनाया जाएगा। समीक्षा के अनुसार, झारखंड की अर्थव्यवस्था पिछले 3 वर्षों में लगातार बढ़ी है। चालू वित्त वर्ष 2024-25 में इसमें 6.7 प्रतिशत और अगले वित्त वर्ष 2025-26 में 7.5 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है।

वर्ष 2023-24 में वर्तमान मूल्यों पर अर्थव्यवस्था का आकार 4,61,010 करोड़ रुपये होने का अनुमान लगाया गया है। यदि यह 14.2 प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से बढ़ती है, तो वर्ष 2029-30 तक यह 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो जाएगी। राज्य की अर्थव्यवस्था के पिछले प्रदर्शन से यह विश्वास मिलता है कि इसके नाममात्र जीएसडीपी (वर्तमान कीमतों पर जीएसडीपी) में 14.2 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की जा सकती है। राज्य सरकार ने 2024-25 के पिछले बजट के दौरान 2029-30 तक झारखंड को 10 लाख करोड़ रुपये की अर्थव्यवस्था बनाने का इरादा जताया था।

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