झारखंड : सूर्य नारायण हंसदा की 'मुठभेड़' में मौत के खिलाफ कैंडल मार्च निकालेंगे आदिवासी समूह

विधानसभा चुनाव लड़ चुके हंसदा की 'हत्या' करने का आरोप
हंसदा को देवघर से गिरफ्तार किया गया था
हंसदा को देवघर से गिरफ्तार किया गया था
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रांची : झारखंड के आदिवासी संगठनों ने कई आपराधिक मामलों में वांछित सूर्य नारायण हंसदा की सुरक्षाकर्मियों के साथ कथित मुठभेड़ में हुई मौत के विरोध में बुधवार शाम रांची में कैंडल मार्च निकालने का फैसला किया है। आदिवासी नेताओं ने यह जानकारी दी।

जय आदिवासी केंद्रीय परिषद की अध्यक्ष निरंजना टोप्पो ने आरोप लगाया कि कई राजनीतिक दलों के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके हंसदा की 'हत्या' की गई है। टोप्पो ने दावा किया, आदिवासी संगठन मुठभेड़ में सूर्य हंसदा की मौत के खिलाफ आज शाम रांची में कैंडल मार्च निकालेंगे। हम उनके लिए न्याय की मांग करते हैं। हंसदा की साजिश के तहत की हत्या की गई है।

हंसदा को 10 अगस्त को देवघर के नवाडीह गांव से गिरफ्तार किया गया था और कथित मुठभेड़ उस समय हुई जब उसे छिपे हुए हथियार बरामद करने के लिए राहदबदिया पहाड़ियों पर ले जाया जा रहा था।

हंसदा ने कथित तौर पर पुलिस से एक हथियार छीना और मौके से भागने की कोशिश करते हुए पुलिसकर्मियों पर गोली चला दी। गोड्डा पुलिस के अनुसार, पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसके परिणामस्वरूप उसकी मौत हो गई।

केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष बबलू मुंडा ने बताया कि आदिवासी संगठनों ने हंसदा के लिए न्याय की मांग को लेकर 23 अगस्त को राजभवन तक मार्च निकालने का भी फैसला किया है।

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