

नयी दिल्ली/रांची : बांग्लादेशियों की कथित अवैध घुसपैठ से झारखंड की जनसांख्यिकी बदलने के मुद्दे पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) सरकार पर निशाना साधते हुए भाजपा ने बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछा कि क्या वह महान आदिवासी नेता बिरसा मुंडा की धरती को ‘‘औरंगजेब की धरती’’ बनाना चाहते हैं।
नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए भाजपा ने झामुमो-कांग्रेस गठबंधन सरकार के पिछले कार्यकाल के दौरान झारखंड में स्वास्थ्य क्षेत्र में घोटाले का भी आरोप लगाया और इसकी सीबीआई जांच की मांग की।
यहां भाजपा मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता तुहिन सिन्हा ने आरोप लगाया कि झारखंड सरकार ने बांग्लादेश से आए अवैध प्रवासियों को दुमका, पाकुड़ और साहिबगंज जिलों में बसने की खुली छूट दे दी है।
सिन्हा ने आरोप लगाया, इन इलाकों में आतंकवादी गतिविधियां फल-फूल रही हैं। हमारा मानना है कि कई आतंकी मॉड्यूल बनाए जा रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार ऐसे मामलों की अनदेखी करती है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि झारखंड हाई कोर्ट ने पिछले साल केंद्र और राज्य के प्रतिनिधियों को शामिल करते हुए एक समिति गठित करने का निर्देश दिया था, लेकिन सोरेन सरकार ने इस संबंध में कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के असहयोग के कारण अब तक ऐसी कोई समिति गठित नहीं की जा सकी है।