

वाशिंगटन : अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पदभार संभालने के बाद भारत की संभावित यात्रा को लेकर अपने सलाहकारों से बातचीत की है। सूत्रों के अनुसार पिछले माह क्रिसमस के आसपास विदेश मंत्री एस जयशंकर की वाशिंगटन यात्रा के समय इस संबंध में कुछ बातचीत हुई थी। ट्ंप चीन के साथ संबंधों को सुधारने के लिए पदभार संभालने के बाद वहां की यात्रा पर जाना चाहते हैं। उन्होंने अपने चुनाव प्रचार के दौरान चीन पर अतिरिक्त शुल्क लगाने की चेतावनी दी थी। ट्रंप ने सलाहकारों से कहा है कि वह पदभार संभालने के बाद चीन की यात्रा पर इसलिए जाना चाहते हैं ताकि प्रचार के दौरान चीन को दी गई अधिक शुल्क लगाने संबंधी चेतावनी के कारण शी जिनपिंग के साथ तनावपूर्ण हुए संबंधों को सुधारा जा सके।
ट्रंप के शपथ ग्रहण से 2 दिन पूर्व हजारों लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन : अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह से दो दिन पहले हजारों लोग राजधानी वाशिंगटन डीसी में एकत्र हुए और उनकी नीतियों का विरोध किया। ट्रंप 20 जनवरी को शपथ लेंगे। सखी फॉर साउथ एशियन सर्वाइवर्स समेत गैर-लाभकारी निकायों के एक समूह ने 'पीपुल्स मार्च' के बैनर तले यहां ट्रंप की नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने अगले राष्ट्रपति और टेस्ला के मालिक एलन मस्क समेत उनके करीबी समर्थकों के खिलाफ नारे लगाए। जनवरी 2017 में ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह के समय भी ऐसा ही एक विरोध प्रदर्शन हुआ था। तीन अलग-अलग पार्कों से शुरू हुए विरोध मार्च लिंकन मेमोरियल के निकट समाप्त हुए।
पीपुल्स मार्च ने कहा सामूहिक विरोध प्रदर्शन हमारे समुदायों को यह दिखाने का सबसे प्रभावी तरीका है कि हम पहले से ही नतमस्तक नहीं हैं या फासीवाद के आगे नहीं झुक रहे हैं। एक प्रदर्शनकारी ब्रिटनी मार्टिनेज ने कहा कि हम महिलाओं, समानता, आव्रजन, हर उस चीज का समर्थन करते हैं जिसके बारे में हमें लगता है कि अभी हमारे पास ज्यादा कहने को कुछ नहीं है।