नई दिल्ली: दुनियाभर में 31 मई को हर साल ‘विश्व तंबाकू निषेध दिवस’ मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य लोगों को तंबाकू से जुड़े खतरों के बारे में समझाना और उन्हें जागरूक करना है। तंबाकू से जुड़ी स्वास्थ्य जटिलताओं की वजह से दुनियाभर में हर साल लगभग 80 लाख लोग अपनी जान गंवा देते हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने भी तंबाकू के इस्तेमाल को कई गंभीर बीमारियों से जोड़ा है, जिसमें कैंसर एक प्रमुख बीमारी है।
चिंता की बात यह है कि तंबाकू का इस्तेमाल करने वाले अधिकतर लोगों को इस बात की जानकारी होती है कि इससे कई बीमारियां हो सकती हैं, लेकिन फिर भी इसका इस्तेमाल धड़ल्ले से किया जा रहा है। अब सवाल उठता है कि तंबाकू से जुड़े नुकसान के बारे में जानकारी होने के बावजूद भी लोग क्यों इससे दूरी नहीं बना पाते हैं या क्यों तंबाकू को नहीं छोड़ पाते हैं?
दरअसल जब किसी आदत को त्यागने या छोड़ने में कठिनाई महसूस होती है तो इसे ‘लत’ का नाम दिया जाता है। दुनियाभर में तंबाकू की लत ने कई लोगों को जकड़ रखा है। जो लोग इससे दूरी बनाना भी चाहते हैं, उन्हें भी तंबाकू छोड़ने में बहुत कठिनाई होती है। अब सवाल है कि तंबाकू में ऐसा क्या होता है, जिसकी वजह से इसकी लत लग जाती है, जो लाख कोशिशों के बावजूद छूटने का नाम नहीं लेती?
कैसे लगती है तंबाकू की लत?
दरअसल तंबाकू में निकोटिन नाम का एक नशीला पदार्थ होता है, जो शरीर में जाकर कई गंभीर बीमारियों को जन्म देने का कारण बनता है। निकोटिन स्टीमुलेंट और सेडेटिव के रूप में काम करता है। जब कोई व्यक्ति सिगरेट के धुएं को सांस के जरिए अंदर लेता है तो इससे निकोटिन शरीर के अंदर प्रवेश कर जाता है फिर निकोटिन ही मस्तिष्क में डोपामाइन नाम का एक केमिकल रिलीज करता है, जिससे लोगों को अच्छा महसूस होता है। निकोटिन को दिमाग तक पहुंचने में सिर्फ 10 सेकंड का वक्त लगता है। जिन लोगों में डिप्रेशन की समस्या देखी जाती है, उनमें निकोटिन कम पाया जाता है। यही वजह है कि आपने कई बार डिप्रेसिव लोगों को स्मोकिंग करते हुए देखा होगा।
यह भी पढ़ें: West Bengal Weather: आंधी-बारिश से बंगाल के कई जिलों में गिरा तापमान, कब तक रहेगा ऐसा मौसम ?
तंबाकू से होने वाली बीमारियां
तंबाकू में मौजूद निकोटिन एक हार्मफुल केमिकल है, जिससे शरीर को कई गंभीर बीमारियां लग सकती हैं। तंबाकू से होने वाली एक प्रमुख बीमारी ‘फेफड़े का कैंसर’ है। इसके अलावा, इसके प्रभाव से ब्लड, ब्लैडर, लिवर, किडनी, पैनक्रियाज, कोलन और पेट सहित कई तरह के कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। सिर्फ इतना ही नहीं, तंबाकू दिल से जुड़ी बीमारियों, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, दिमागी दौरा, स्ट्रोक और हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ाने का भी काम करता है।