नई दिल्ली : हर साल 27 फरवरी को विश्व एनजीओ दिवस मनाया जाता है। दुनिया भर में गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) के अमूल्य योगदान को पहचानने और सराहना करने के लिए इस दिन को मनाने की शुरुआत की गई। विश्व एनजीओ दिवस की मनाने की पहल पहली बार 2010 में बाल्टिक सी एनजीओ फोरम द्वारा प्रस्तावित की गई थी। शुरुआत में, यह केवल फोरम में भाग लेने वाले देशों में मनाया जाता था। हालांकि, 2014 में संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय संघ जैसे संगठनों के समर्थन से, इस दिन को वैश्विक मान्यता मिली और अब यह छह महाद्वीपों के 89 से अधिक देशों में मनाया जाता है।
क्या है इस साल की थीम?
विश्व एनजीओ दिवस मनाने के लिए हर साल एक थीम तय की जाती है। 2024 की थीम “Building a Sustainable Future: The Role of NGOs in Achieving the Sustainable Development Goals ( एक सतत भविष्य का निर्माण: सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को प्राप्त करने में एनजीओ की भूमिका” पर केंद्रित है)।
विश्व एनजीओ दिवस का महत्व
विश्व एनजीओ दिवस का काफी महत्व है। यह वैश्विक चुनौतियों से निपटने और समाज में सकारात्मक बदलाव को बढ़ावा देने में गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) की महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह सामाजिक न्याय, मानवाधिकार, पर्यावरणीय स्थिरता, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और बहुत कुछ को आगे बढ़ाने में गैर सरकारी संगठनों के अथक प्रयासों को पहचानने और सराहना करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
एनजीओ क्या होता है?
एनजीओ एक गैर सरकारी संगठन होता है। यह एक ऐसा संगठन है, जो गरीब, बेसहारा और जरूरतमंद लोगों की मदद करता है। एनजीओ एक गैर लाभ संगठन भी होता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों को एनजीओ के प्रति जरूरतमंदों की जागरूकता बढ़ाना है।