नए संसद भवन में शुरू हुआ कामकाज, महिला आरक्षण बिल पर बोले पीएम मोदी

नए संसद भवन में शुरू हुआ कामकाज, महिला आरक्षण बिल पर बोले पीएम मोदी
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नई दिल्ली: संसद के कामकाज को लेकर आज बड़ा ऐतिहासिक दिन है। देश की संसद आज बदल गई है। नए संसद भवन में कामकाज शुरू हो गया है। संसद भवन की नई बिल्डिंग का उद्घाटन इसी साल मई महीने में हुआ था। इसके बाद आज यानी मंगलवार (19 सितंबर) को आधिकारिक तौर पर नई बिल्डिंग में संसद शिफ्ट हो गई है। इसे लेकर लोकसभा सचिवालय ने औपचारिक तौर पर अधिसूचना जारी कर दी है।

इससे पहले आज सुबह पुरानी संसद में 9:30 बजे लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों की एकसाथ फोटो खींची गईं। तस्वीरें तीन अलग-अलग ग्रुप में ली गई। पहली फोटो में लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य तो दूसरे फोटो में सभी राज्यसभा सदस्य मौजदू रहे। तीसरी फोटो में सिर्फ लोकसभा के सदस्य थे। सुबह 11 बजे पीएम मोदी संसद के सेंट्रल हॉल पहुंचे।

नई संसद में कांग्रेस सांसद और विपक्ष के अन्य सांसदों ने अलग से प्रवेश किया। लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, सांसद राहुल गांधी, गौरव गोगोई और अन्य लोगों ने संसद के नए भवन में एक साथ एंट्री की।

कैसा है नया संसद भवन ?

नए संसद भवन में लोकसभा कक्ष में 888 सदस्य और राज्यसभा कक्ष में 300 सदस्य बैठ सकते हैं। दोनों सदनों की संयुक्त बैठक के लिए लोकसभा कक्ष में 1,280 सांसदों को जगह मिल सकती है।  ये त्रिकोणीय आकार की चार मंजिला इमारत 64,500 वर्ग मीटर एरिया में बनी है। नया भवन पुराने भवन से 17 हजार वर्ग मीटर बड़ा है। इस पर भूकंप का असर नहीं होगा।

सरकार ने क्यों बुलाया विशेष सत्र?

'अमृत काल' के दौरान सरकार ने संसद का विशेष सत्र बुलाया है, जो 18 सितंबर से शुरू हो चुका है। यह विशेष सत्र पांच दिन तक चलेगा। इस सत्र के दौरान संसदीय कार्यवाही पहले दिन पुराने भवन में हुई और अब आज से नए संसद भवन में प्रवेश कर लिया गया है, जबकि 20 सितंबर 2023 से नए संसद भवन में की कार्यवाही सुचारू रूप से चलेगी। इस विशेष सत्र को बुलाने के पीछे एजेंडा सरकार की ओर से आठ बिलों को पेश और पारित कराना भी है और सोमवार को कैबिनेट की कई बैठकें चली हैं, जिसके बाद सूत्रों के हवाले से ऐसी खबरें आईं कि कैबिनेट ने महिला आरक्षण बिल को मंजूरी दे दी है। इसके बाद आज इसे लोकसभा में पेश किया गया।

'महिला आरक्षण बिल की कैबिनेट ने दी मंजूरी'

नई संसद में पीएम मोदी ने अपना पहला भाषण दिया। पीएम ने कहा कि ये महिलाओं के लिए इतिहास बनाने का वक्त है। महिला आरक्षण पर काफी चर्चा हुई। महिला आरक्षण बिल की कैबिनेट ने मंजूरी दी है। आज हमारी सरकार संविधान संशोधन बिल पेश करने जा रही है। लोकसभा और विधानसभा में महिला को आरक्षण मिलेगा। इससे पहले भी कई बार महिला आरक्षण बिल को पेश किया गया, लेकिन ईश्वर ने कई पवित्र कामों के लिए मुझे चुना है। इस दौरान उन्होंने महिला आरक्षण बिल को लेकर नया नाम दिया। उन्होंने कहा कि इस बिल का नाम 'महिला वंदन अधिनियम' होगा।

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