

कलबुर्गी (कर्नाटक) : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को कहा कि सर्वदलीय बैठक बुलाये जाने पर उसमें विपक्ष अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उन दावों के संबंध में सरकार से सवाल करेगा कि उनके प्रशासन ने भारत और पाकिस्तान के बीच ‘संघर्षविराम’ कराने में मदद की।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष ने यह भी कहा कि वे सरकार से ‘संघर्षविराम’ सहित भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के नवीनतम घटनाक्रम पर चर्चा करने के लिए जल्द ही एक सर्वदलीय बैठक बुलाने का आग्रह करेंगे। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि ट्रंप श्रेय लेते हुए दावे कर रहे हैं। ये लोग (प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार) कुछ नहीं कह रहे हैं। यह एक संवेदनशील मामला है। जब सर्वदलीय बैठक बुलायी जायेगी, तो हम चर्चा करेंगे कि क्या मामला है, क्या हुआ और टेलीफोन पर क्या बातचीत हुई? इन सभी चीजों पर सवाल पूछेंगे। यह पूछे जाने पर क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्रंप की ‘मध्यस्थता’ के लिए तैयार हो गये हैं, खरगे कहा कि मेरे लिए अभी इस बारे में बोलना सही नहीं होगा।
भाजपा ने जनता की प्रतिक्रिया से घबराकर ‘तिरंगा यात्रा' निकाली : गहलोत
इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने मंगलवार को आरोप लगाया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ‘मध्यस्थता’ संबंधी दावे पर जनता के बीच जो प्रतिक्रिया दिखी है, उससे घबराकर भाजपा ने ‘तिरंगा यात्रा’ निकालने का फैसला किया। गहलोत ने राजधानी दिल्ली में संवादाताओं से बातचीत में यह भी कहा कि ट्रंप के दावों पर मोदी और उनकी सरकार को जवाब देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने सोमवार को राष्ट्र के नाम संबोधन दिया लेकिन उन्होंने निराश किया। अचानक हुए संघर्ष-विराम को देश समझ नहीं पा रहा है क्योंकि ये पूरी तरह से गोपनीय रहा। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने पहले भी हिंदुस्तान पर दबाव बनाया था लेकिन हम कभी झुके नहीं और पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिये। शिमला समझौते के वक्त भी हमने किसी दूसरे देश को बीच में आने नहीं दिया।