

न्यूयॉर्क/वाशिंगटन : अमेरिका ने कहा कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच ‘सीधे संवाद’ को प्रोत्साहित करता है तथा शांति का रास्ता चुनने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सराहना करता है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रधान उप प्रवक्ता थॉमस पिगॉट ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हम भारत एवं पाकिस्तान के बीच ‘संघर्ष विराम’ का स्वागत करते हैं तथा शांति का रास्ता चुनने के लिए प्रधानमंत्री मोदी और शरीफ की सराहना करते हैं। जैसा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, उनका निर्णय शक्ति, बुद्धिमत्ता और धैर्य को दर्शाता है। हम दोनों पक्षों से क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने के लिए सीधा संवाद कायम रखने का आग्रह करते हैं।’
जब पिगॉट से पूछा कि क्या पाकिस्तानी नेताओं ने विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बातचीत के दौरान ऐसी कोई प्रतिबद्धता जताई है कि वे (पाकिस्तान) आतंकवादी ढांचे को नष्ट कर देंगे तो प्रवक्ता ने कहा कि वह निजी राजनयिक वार्ता के बारे में बात नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, ‘वह (ट्रंप) इस मामले में बहुत स्पष्ट थे। हम पक्षकारों के बीच सीधे संवाद को प्रोत्साहित करना चाहते हैं। इसको लेकर हम बहुत स्पष्ट हैं।’
भारत द्वारा मध्यस्थता के किसी भी अमेरिकी प्रयास को अस्वीकार करने तथा भारत एवं पाकिस्तान को वार्ता के लिए एक ही कमरे में लाने की अमेरिका की उम्मीद को लेकर सवाल पूछे जाने पर पिगॉट ने कहा, ‘मैं इसे लेकर अटकलें नहीं लगाऊंगा। मैं यही कह सकता हूं कि हम सीधे संवाद को प्रोत्साहित करते हैं। हम इस बात को लेकर स्पष्ट हैं। हम सीधे संवाद को प्रोत्साहित करना जारी रखे हुए हैं।’
यह पूछे जाने पर कि कथित परमाणु विकिरण के रिसाव की रिपोर्ट के बाद क्या अमेरिका ने पाकिस्तान में टीम भेजी है, उन्होंने कहा कि इस समय उनके पास इस मामले पर कहने के लिए कुछ नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘...राष्ट्रपति ट्रंप शांति निर्माता हैं। वह शांति को महत्व देते हैं।... उन्होंने बार-बार यह दिखाया है कि वह ‘अमेरिका प्रथम’ एजेंडे को आगे बढ़ाने के साथ-साथ शांति भी चाहते हैं। वह संघर्ष को समाप्त होते देखना चाहते हैं।’