

पुणे : पुणे की दौंड तहसील के यवत में दूसरे समुदाय के युवक द्वारा सोशल मीडिया पर कथित तौर पर आपत्तिजनक पोस्ट अपलोड किए जाने से गुस्साई भीड़ ने शुक्रवार दोपहर तोड़फोड़ और आगजनी की।
पुलिस अधिकारियों ने यह बताया कि एक मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया गया, जबकि एक बेकरी को क्षति पहुंचाई गयी। उन्होंने बताया कि उग्र लोगों के बड़ी संख्या में सड़क पर उतर जाने के कारण स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। अधिकारियों ने बताया कि गांव में इस समय भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है। पुलिस अधीक्षक (पुणे देहात) संदीप सिंह गिल ने बताया कि गांव के बाहर से आये युवक ने सोशल मीडिया मंच ‘व्हाट्सएप’ पर आपत्तिजनक पोस्ट की थी और उसे हिरासत में ले लिया गया है। गिल ने कहा, ‘सूचना मिलते ही हमने युवक को हिरासत में ले लिया और कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो गयी। हालांकि, तब तक पोस्ट प्रसारित हो गयी और पहले से ही कुछ घटनाओं के कारण तनावग्रस्त गांव में और भी तनाव फैल गया। भीड़ ने दूसरे समुदाय के सदस्यों की इमारतों में तोड़फोड़ की।’ यहां एक अन्य अधिकारी ने बताया कि गांव के दोनों समुदायों के लोग कुछ ऐसे लोगों का विरोध कर रहे हैं, जो यहां के ‘मूल निवासी नहीं हैं’ और क्षेत्र के बाहर से आये हैं। अधिकारी ने बताया कि हाल ही में एक मंदिर में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति को खंडित किए जाने के बाद गांव में तनाव की स्थिति थी।
पुणे में एक कार्यक्रम में शिरकत करने आए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि बाहर से आए एक युवक ने एक हिंदू पुजारी द्वारा किसी के साथ दुष्कर्म करने के बारे में आपत्तिजनक पोस्ट डाली थी, जिससे यहां के लोगों में आक्रोश फैल गया। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। यवत में स्थिति अब नियंत्रण में है और शांति बनी हुई है। यहां दोनों समुदायों के लोग एकजुट हैं और तनाव कम करने के प्रयास जारी हैं। कुछ लोग सिर्फ़ तनाव पैदा करने के लिए ऐसी आपत्तिजनक पोस्ट करते हैं। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट करने का अधिकार नहीं है।’