औरैया : औरैया जिले में एक प्रेमी और प्रेमिका ने थाने में बने मंदिर में लड़की के घर वालों की बिना मर्जी के शादी कर ली। इस शादी के बीच लड़की का पिता लड़की को शादी करने से रोकता रहा और बेटी के सामने गिड़गिड़ाता रहा लेकिन बेटी ने पिता की एक न सुनी और मंदिर में हवन कुंड के सामने सात फेरे लेकर अपने प्रेमी से शादी कर ली। इस दौरान मांग में सिंदूर भर कर प्रेमी-प्रेमिका पति-पत्नी बन गए। खास बात तो यह रही की इतना सब होता रहा और पुलिस को इस की खबर ही नहीं लगी न पिता की चीख पुकार न लोगों का हुजूम दिखाई दिया।
यह मामला औरैया जिले के दिबियापुर थाने के अंदर बने मंदिर का है। आप को लगेगा की शायद यहां कोई फिल्म की शूटिंग चल रही थी तभी चारों तरफ भीड़ है और लोग शूटिंग देख रहे हैं पर यह फिल्म की शूटिंग नहीं बल्कि रीयल सीन हैं। जहां एक प्रेमी प्रेमिका घर वालों की बिना मर्जी के शादी कर रहे हैं और गार्ड की नौकरी करने वाला पिता अपनी बेटी की इस शादी को रोकने की कोशिश कर रहा है। बेटी के सामने गिड़गिड़ा रहा है और वहां मौजूद लोग शादी रोकने की वजह दोनों की शादी करा रहे हैं और लोग तमाशा देख रहे हैं।
दरअसल, यह पूरा मामला दिबियापुर कस्बे के संजय नगर का हैं जहां के रहने वाले शबनम और नितिन पिछले कई सालों से एक दूसरे से प्रेम करते थे और दोनों शादी करना चाहते थे। हालांकि बिरादरी एक न होने की वजह से लड़की के घर वाले इस शादी के खिलाफ थे लेकिन शबनम और नितिन ने घर वालों के इस फैसले की दरकिनार कर भाग कर शादी करने का फैसला किया और दोनों ने थाने के अंदर बने मंदिर में पंडित को बुलाकर शादी की। इस बात की खबर जैसे ही लड़की के पिता को लगी तो वह वहीं थाने में पंहुचा और फेरे ले रही बेटी को अपने साथ ले जाने की कोशिश करने लगा। हालांकि वह मना करने लगी तो हंगामा देख और लोग भी आ गए और लड़की के मना करने पर पिता को अलग किया और शादी करवाई।
इस दौरान पिता गिड़गिड़ाता रहा लेकिन किसी ने कुछ नहीं सुना। इस बीच सबसे खास बात ये है कि थाने के अंदर चले इस पूरे ड्रामे की खबर पुलिस को भी नहीं लगी। बहराल शबनम और नितिन दोनों ही इस शादी से खुश हैं और दोनों ने एक दूसरे की मर्जी से शादी की है। शबनम यादव ने बताया कि उसके पिता इस शादी के खिलाफ थे इस वजह से उसने यह शादी मंदिर में की है। इस पूरे मामले को लेकर दिबियापुर थाने के सब इस्पेक्टर देवेंद्र ने बताया कि दोनों बालिग थे और दोनों ने थाने में आकर कहा था कि हम दोनों शादी करना चाहते हैं लेकिन घर वाले राजी नहीं हैं। यह दोनों पिछले दो सालों से एक दूसरे से प्रेम करते थे हालांकि पुलिस थाने परिसर में बने मंदिर में हुई शादी और पिता के रोकने पर भी पुलिस द्वारा कोई एक्शन न लिए जाने पर पुलिस कुछ भी नहीं कह रही है, बल्कि मंदिर में हो रही शादी पर पुलिस की मौजूदगी पर यह कहा गया कि अक्सर लोग मंदिर में बैठने आ जाते हैं, क्योंकि रेलवे स्टेशन है और कंस्ट्रेशन का काम भी चल रहा है तो इस बात का ध्यान नहीं दिया।