आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में यूएई ने भारत को दिया अटूट समर्थन

जाने क्या है पूरा मामला
आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में यूएई ने भारत को दिया अटूट समर्थन
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अबू धाबी : संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में अपनी ओर से भारत के लिए अटूट समर्थन की गुरुवार को पुष्टि की। यूएई के एक सांसद ने आतंकवाद को ‘वैश्विक खतरा’ और ‘पूरी मानवता के लिए बुराई’ करार दिया। आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक संपर्क के तहत शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में एक सर्वदलीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल के साथ सार्थक बैठक के बाद संघीय राष्ट्रीय परिषद की रक्षा मामलों, आंतरिक और विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष अली राशिद अल नुएमी ने यह टिप्पणी की।

अल नुएमी ने कहा, ‘आतंकवाद केवल एक राष्ट्र या क्षेत्र के लिए ही खतरा नहीं है, बल्कि यह एक वैश्विक खतरा है। हमारा मानना है कि हमें, एक अंतरराष्ट्रीय समुदाय के रूप में एक साथ आकर पूरी मानवता के लिए बेहतर भविष्य बनाने का प्रयास करना चाहिए। आतंकवाद मानवता का दुश्मन है। बुद्धिमान लोगों को इसके खिलाफ बोलना चाहिए। हम आतंकवाद से लड़ने के प्रयासों में पहले से ही भारत के साथ सहयोग कर रहे हैं। भारतीय नागरिकों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता।’

शिंदे ने बातचीत को बेहद सार्थक बताया और आतंकवाद के खिलाफ यूएई के कठोर रुख का उल्लेख किया। शिंदे ने कहा, "हमने रक्षा समिति के अध्यक्ष डॉ. अल राशिद अल नुएमी और सहिष्णुता मंत्री शेख नाहयान से मुलाकात की। यूएई आतंकवाद के खिलाफ पूरी प्रतिबद्धता के साथ भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। यूएई का स्पष्ट संदेश एकजुटता का है: "हम आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़े हैं, आतंकवाद से लड़ रहे हैं। यूएई जैसा देश, एक ऐसे पड़ोस में जहां विविधता मुख्य संस्कृति है - जैसे भारत - अभी भी शांति और समृद्धि बनाए रखता है। यूएई में रहने वाले भारतीय सुरक्षित महसूस करते हैं।"

शिंदे ने एक प्रमुख भागीदार के रूप में यूएई की भूमिका पर जोर दिया, उन्होंने कहा कि यूएई भारत पर हमले की निंदा करने वाला पहला देश था। उन्होंने कहा, "संदेश स्पष्ट है: किसी भी धर्म के नाम पर आतंकवाद नहीं फैल सकता। यह केवल भारत पर ही नहीं, बल्कि मानवता पर हमला है।"

शिंदे के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने इससे पहले अबू धाबी में यूएई फेडरल नेशनल काउंसिल के सदस्य अहमद मीर खोरी से मुलाकात की और पाकिस्तान की धरती से उत्पन्न राष्ट्र प्रायोजित आतंकवाद का मुकाबला करने के भारत के मजबूत संकल्प से उन्हें अवगत कराया।

शिंदे के अलावा, प्रतिनिधिमंडल में मनन कुमार मिश्रा (भाजपा), सस्मित पात्रा (बीजद), ई टी मोहम्मद बशीर (आईयूएमएल), एसएस अहलूवालिया (भाजपा), अतुल गर्ग (भाजपा), बांसुरी स्वराज (भाजपा), पूर्व राजनयिक सुजान आर चिनॉय और यूएई में भारत के राजदूत संजय सुधीर शामिल हैं। शिंदे ने कहा, ‘हम वैश्विक सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय शांति के सम्मान के लिए दृढ़ रुख अपना रहे हैं।’

यूएई में भारतीय दूतावास ने कहा कि यूएई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के संदर्भ में बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल की अगवानी करने वाला पहला देश है और यह दोनों देशों के बीच दोस्ती के गहरे बंधन को रेखांकित करता है। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया। पाकिस्तान की साजिशों और आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिक्रिया पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय तक पहुंचने के लिए भारत 33 देशों की राजधानियों में सात बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल भेज रहा है।

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