रियो डी जिनेरियो/वॉशिंगटन : ब्राजील में आयोजित ब्रिक्स सम्मेलन में सदस्य देशों ने अमेरिकी टैरिफ में वृद्धि, ईरान पर हमले की निंदा की तो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ट ट्रंप भड़क उठे। ट्रंप ने ब्रिक्स समूह की अमेरिका विरोधी नीतियों का साथ देने वाले देशों पर 10% अतिरिक्त शुल्क लगाने की धमकी दे डाली। अमेरिका की ओर से दुनियाभर के देशों के खिलाफ लगाए गए जवाबी टैरिफ की समय सीमा 9 जुलाई को समाप्त हो रही है। अब ट्रंप ने कह दिया है कि 1 अगस्त से लगभग 100 देशों पर बढ़ा हुआ टैरिफ लगेगा। यह एक तरह से 9 जुुलाई वाली डेडलाइन का विस्तार है। ब्राजील के रियो डी जनेरियो में 17वें ब्रिक्स सम्मेलन में सदस्य देशों ने 31 पेज और 126 पॉइंट वाला सामूहिक घोषणा पत्र जारी किया। इसमें पहलगाम आतंकी हमले और ईरान पर इजराइली हमले की निंदा की गई। अमेरिका का नाम लिए बिना ट्रंप टैरिफ का विरोध किया गया।
ट्रेड वार से सबको नुकसान : चीन ने कहा कि ब्रिक्स सहयोग और विकास के लिए एक मंच है, यह किसी देश के खिलाफ नहीं है। टैरिफ का इस्तेमाल राजनीतिक दबाव के लिए करना गलत है। ट्रेड वॅार से कोई विजेता नहीं होता। चीन ने ब्रिक्स देशों से ग्लोबल ऑर्डर में सुधार के लिए अपील की है। इसके पहले चीनी प्रधानमंत्री ली क्यांग ने रविवार को 17वें ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान कहा कि ब्रिक्स देशों को एक बेहतर दुनिया के बनाने के लिए वैश्विक शासन में सुधार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि चीन बाकी ब्रिक्स देशों के साथ मिलकर एक न्यायपूर्ण, बराबरी वाला, प्रभावी और व्यवस्थित वैश्विक शासन स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
जापान, दक्षिण कोरिया पर 25% शुल्क लगेगा
ट्रंप ने एशिया में दो महत्वपूर्ण सहयोगियों जापान और दक्षिण कोरिया से आयातित वस्तुओं पर 25 प्रतिशत का शुल्क लगा दिया। ट्रंप ने जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली जे-म्यांग को संबोधित करके पत्र लिखे हैं। उन्होंने इन दोनों देशों के साथ लगातार व्यापार असंतुलन का हवाला देते हुए यह शुल्क लगाया है। ट्रंप ने एक अगस्त से लागू होने वाले शुल्क की सूचना सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ’ पर पोस्ट करके दी। ये पोस्ट दोनों देशों के नेताओं को संबोधित थी।
कहा जवाबी कार्रवाई न करें : ट्रंप ने दोनों देशों को चेतावनी दी कि वे अपने आयात कर में वृद्धि करके जवाबी कार्रवाई न करें, अन्यथा ट्रंप प्रशासन आयात कर में और वृद्धि करेगा, जिससे जापान और दक्षिण कोरिया के वाहन और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्रों को नुकसान हो सकता है।
ब्रिक्स में कितने देश : ब्रिक्स की स्थापना ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका द्वारा की गई थी, लेकिन इस समूह का पिछले वर्ष विस्तार हुआ और इसमें इंडोनेशिया, ईरान, मिस्र, इथियोपिया और संयुक्त अरब अमीरात को शामिल किया गया। नए सदस्य देशों के अलावा, इस समूह में 10 रणनीतिक साझेदार देश भी शामिल हैं। यह श्रेणी पिछले वर्ष के शिखर सम्मेलन में बनाई गई थी, जिसमें बेलारूस, क्यूबा और वियतनाम जैसे देश शामिल हैं।