नई दिल्ली - डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ले चुके हैं। शपथ लेने के ठीक एक हफ्ते बाद बीते कल उनकी बातचीत पीएम मोदी से हुई। 27 जनवरी सोमवार को फोन पर हुई बातचीत काफी देर तक चली। इस बातचीत में आपसी सहयोग बढ़ाने को लेकर कई मुद्दों पर चर्चा हुई।
ट्रंप ने दोनों देशों के बीच निष्पक्ष व्यापार को लेकर भी बात की। यह वह मुद्दा है जो ट्रंप ने पिछली बार राष्ट्रपति रहते हुए भी कई बार दोहराया था। ट्रंप हमेशा कहते थे कि अमेरिका में भारत से आने वाले उत्पादों पर ना के बराबर इम्पोर्ट ड्यूटी लगती है, लेकिन भारत में अमेरिकी उत्पादों पर बहुत ज्यादा टैक्स लगता है। वह कहते हैं कि इस तरह का व्यापार निष्पक्ष नहीं होता है। इस बार अपने चुनावी कैंपेन में भी वह कई बार यह बात कह चुके हैं।
दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद अब जब ट्रंप की पीएम मोदी के साथ पहली बातचीत हुई तो भी उन्होंने इस मुद्दे को प्राथमिकता दी। व्हाइट हाउस द्वारा एक बयान जारी किया गया जिसमे बताया गया कि ट्रंप और मोदी के बीच किन-किन मुद्दों पर बातचीत हुई। इस बयान में निष्पक्ष-द्विपक्षीय व्यापार पर बातचीत की भी बात लिखी हुई है। इससे यह साफ है कि इम्पोर्ट ड्यूटी घटाने को लेकर ट्रंप भारत पर दबाव बनाते रहेंगे। इस बातचीत में ट्रंप ने भारत पर अमेरिकी रक्षा उपकरण खरीदने पर भी जोर दिया।
व्हाइट हाउस द्वारा जारी बयान में कहा गया कि......
"अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ एक सार्थक बातचीत की। दोनों नेताओं ने सहयोग को बढ़ाने और उसे गहरा करने पर चर्चा की। इंडो-पैसिफिक, मध्य पूर्व और यूरोप में सुरक्षा सहित कई क्षेत्रीय मुद्दों पर भी बातचीत हुई। राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत द्वारा अमेरिकी निर्मित सुरक्षा उपकरणों की खरीद बढ़ाने और निष्पक्ष द्विपक्षीय व्यापार संबंधों पर जोर दिया। इस बीच प्रधानमंत्री मोदी के व्हाइट हाउस आने की योजनाओं पर भी चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी और इंडो-पैसिफिक क्वाड साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।"