नागालैंड में करगिल के हीरो कैप्टन केंगुरुसे को दी गयी श्रद्धांजलि

1999 के युद्ध में ‘ऑपरेशन विजय’ के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी थी
नागालैंड में करगिल के हीरो कैप्टन केंगुरुसे को दी गयी श्रद्धांजलि
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दीमापुर : भारतीय सेना और असम राइफल्स ने शनिवार को कोहिमा जिले के अंतर्गत नेरहे फेझा स्थित केंगुरुसे युद्ध स्मारक पर करगिल युद्ध के नायक कैप्टन नेइकेझाकुओ केंगुरुसे, महावीर चक्र (मरणोपरांत) के 26वें स्मृति दिवस का स्मरण किया।

कैप्टन नेइकेझाकुओ केंगुरुसे ने 1999 के युद्ध में ‘ऑपरेशन विजय’ के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी थी। इस कार्यक्रम में असम राइफल्स (उत्तर) के महानिरीक्षक मेजर जनरल मनीष कुमार मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर कैप्टन केंगुरुसे के माता-पिता, वोखा और कोहिमा जिलों के युद्ध के दिग्गज और भूतपूर्व सैनिक तथा अन्य लोग उपस्थित थे। मेजर जनरल कुमार द्वारा कैप्टन केंगुरुसे के स्मारक पर माल्यार्पण और अमर जवान ज्योति प्रज्वलित करने के बाद कैप्टन केंगुरुसे के जीवन और वीरतापूर्ण बलिदान पर एक वृत्तचित्र फिल्म दिखाई गयी। उनके सम्मान में एक प्रार्थना समारोह भी आयोजित किया गया, जिसके बाद 1 नागालैंड एनसीसी बटालियन, फर्नब्रुक स्कूल पाइप बैंड, दिग्गजों और असम राइफल्स पाइप बैंड की टुकड़ियों द्वारा औपचारिक मार्च पास्ट किया गया। इस अवसर पर कैप्टन केंगुरूसे के माता-पिता को उनकी ताकत, लचीलापन और उनके बहादुर बेटे की विरासत के लिए सम्मानित किया गया। अपने मुख्य भाषण में मेजर जनरल कुमार ने कैप्टन केंगुरूसे के बेजोड़ साहस, नेतृत्व और सर्वोच्च बलिदान पर प्रकाश डाला और कहा कि उनकी कहानी भारतीयों की भावी पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। इस अवसर पर, कैप्टन केंगुरूसे के पिता नीसेली केंगुरूसे ने कार्यक्रम स्थल पर असम राइफल्स द्वारा एक नागरिक आउटरीच पहल, कैप्टन एन केंगुरूसे, एमवीसी, मेडिकल कैंप का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उनके बड़े भाई निंगुतौली केंगुरूसे द्वारा लिखित बहादुर की जीवनी का भी विमोचन किया गया।

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