इस दिन से शुरू हो रहा तीन दिवसीय म्यूजियम एक्सपो | Sanmarg

इस दिन से शुरू हो रहा तीन दिवसीय म्यूजियम एक्सपो

विशेष संवाददाता

नयी दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय विश्व संग्रहालय दिवस पर केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय तीन दिन के  म्यूजियम एक्सपो का आयोजन कर रहा है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक्सपो का उद्घाटन 18 मई को करेंगे । केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी के रेड्डी ने ये जानकारी देते हुए बताया कि आज़ादी के अमृत महोत्सव के दूसरे चरण में 47 वां विश्व संग्राहलय दिवस मनाया जाएगा भारत में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर विश्व संग्राहलय एक्सपो लगाया जा रहा है । इसमें देश विदेश के संग्रहालय निदेशक , विशेषज्ञ और संरक्षक शामिल हो रहे हैं । बारह राज्यों के संस्कृति मंत्री इसमें शामिल होंगे जो विज़न  2047 चर्चा में हिस्सा लेंगें ।संस्कृति मंत्रालय की संयुक्त सचिव मुग्धा सिन्हा ने बताया कि एक्सपो में संग्रहालयों में टेकनोलॉजी प्रदाता अकादमिक क्षेत्र से जुड़े लोग राष्ट्रीय स्तर से लेकर सामुदायिक स्तर के स्कूल और कॉलेज छात्र शामिल होंगे ।

तीन दिन के एक्सपो में अलग अलग थीम पर आधारित संग्रहालयों के बारे में बताया जाएगा । विभिन्न कार्यशालाएं,मास्टर क्लासें ,फिल्में , प्रदर्शिनयां डिजीटल संग्रहालय दिखायेंगें । स्वतंत्रता से पूर्व संग्राहालयों पर लिखी गयी 500 किताबों के कवर डिजिटल तरीके से दिखाए जायेंगें । भारतीय शास्त्रीय संगीत के रागों पर आधारित रागमाला भी एक्सपो का हिस्सा रहेगी । रागों पर आधारित चित्र प्रदर्शनी लगायी जाएगी । संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने बताया कि रागमाला में नाद .योग का मनुष्य के तन मन पर क्या असर होता है ये बताया जाएगा ।संगीत केवल मनोरंजन का साधन नहीं बल्कि ऋतु- प्रकृति पर आधारित राग मनुष्य की चेतनाको भी प्रभावित करते हैं ।

मुग्धा सिन्हा ने बताया कि एक्सपो में सात मास्टर क्लास , 11 सामूहिक चर्चाएं की जाएंगी । सचिवों के समूह में संग्रहालयों को वित्तिय मदद देने वाले , विकसित करने वाले मंत्रालयों और विभागों के सचिव स्तर के अधिकारी हिस्सा लेंगे । एक्सपो का विशेष आकर्षण रहेगा टेक्नो मेला । इसमें नेटवर्किंग का मंच प्रतिभागियों को दिया जाएगा,55 से ज्यादा विक्रेता और संस्थान प्रमुख प्रतिभागी रहेंगे । प्रमुख प्रतिभागियों में भारतीय नौसेना , राष्ट्रीयरेल संग्रहालय इंफोटेक , वराह ,लॉयन इंडिया , गोदरेज और डेकन लाईटिंग आदि शामिल हैं ।

बच्चों की संग्रहालयों में विशेष रूचि रहे इसके लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं और गेम विकसित किए गए हैं । संग्रहालय से जुडें रोजगारों के बारे में जानकारी दी जाएगी । एक्सपो की शुभंकर सिधु– सरस्वती सभ्यता की नृत्य बाला है । मीनाक्षी लेखी ने कहा सिधु संरस्वती सभ्यता शब्द पर ध्यान देने की ज़रूरत है । ये सभ्यता हड़प्पा से भी पुरानी है । एक्सपो का एक और विशेष आकर्षण रहेगा त्रिदोषों वात कफ पित्त पर आधारित भोजन दर्शकों को खिलाया जाएगा । दर्शकों से आयुर्वेदाचार्य कुछ सवाल पूछेंगे और उसी के आधार पर उनको भोजन परोसा जाएगा । मीनाक्षी लेखी ने कहा दवाओं के बजाए अपनी प्रकृति के अनुसार यदि लोग भोजन करेंगे तो स्वस्थ रहेंगे।

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