‘संसद भवन के उद्घाटन को राज्याभिषेक समझ रहे हैं प्रधानमंत्री’

‘संसद भवन के उद्घाटन को राज्याभिषेक समझ रहे हैं प्रधानमंत्री’
Published on

नई दिल्ली :  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (28 मई) को संसद के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम का कांग्रेस समेत 21 दलों ने विरोध किया है। वहीं, उद्घाटन के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने तंज कसते हुए कहा, संसद भवन के उद्घाटन को प्रधानमंत्री राज्याभिषेक समझ रहे हैं। संसद के नए भवन के उद्घाटन समारोह के बाद राहुल गांधी ने एक ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा, संसद लोगों की आवाज है ! प्रधानमंत्री संसद भवन के उद्घाटन को राज्याभिषेक समझ रहे हैं। बता दें, कांग्रेस ने उद्घाटन समारोह का यह कहते हुए बहिष्कार किया था कि नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री के हाथों नहीं बल्कि राष्ट्रपति के हाथों होना चाहिए। राहुल गांधी ने भी इसके समर्थन में आवाज उठाई थी।

जयराम रमेश ने बताया 28 मई का इतिहास

वहीं, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पीएम मोदी को तानाशाह बताते हुए उद्घाटन किए जाने पर निशाना साधा। रमेश ने 28 मई की तारीख को उद्घाटन के लिए चुनने पर भी हमला बोला और साथ ही इस तारीख का इतिहास भी बताया। जयराम रमेश ने ट्वीट कर लिखा, भारत में संसद लोकतंत्र को सबसे मजबूद करने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का अंतिम संस्कार, 1964 में इसी तारीख को किया गया था। साथ ही उन्होंने लिखा, जिसकी विचारधारा ने ऐसा माहौल बनाया जो महात्मा गांधी की हत्या का कारण बना, उन सावरकर का जन्म 1883 में इस तारीख को हुआ था।

रमेश ने आगे लिखा, राष्ट्रपति, जो इस पद पर बैठने वाली पहली आदिवासी हैं, उन्हें अपने संवैधानिक कर्तव्यों को निभाने नहीं दिया जा रहा है। उन्हें 2023 में नए संसद भवन के उद्घाटन की इजाजत नहीं दी गई। एक आत्ममुग्ध तानाशाह प्रधानमंत्री, जिसे संसदीय प्रक्रियाओं से नफरत है, 2023 में नए संसद भवन का उद्घाटन कर रहा है।

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in