थरूर की मौजूदगी कइयों की नींद हराम करेगी : मोदी

8,686 करोड़ की बंदरगाह परियोजना का उद्घाटन
थरूर की मौजूदगी कइयों की नींद हराम करेगी : मोदी
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तिरुवनंतपुरम : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यहां मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर की मौजूदगी में विडिण्गम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह का आधिकारिक रूप से उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि उद्घाटन के मौके पर उनकी (दोनों नेताओं की) मौजूदगी से कई लोगों की ‘रातों की नींद उड़ जाएगी।’ मोदी ने विजयन को विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ गठबंधन का ‘स्तंभ’ भी बताया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंच पर मौजूद पिनराई विजयन और शशि थरूर से कहा कि उद्घाटन समारोह में उनकी मौजूदगी कई लोगों की ‘रातों की नींद हराम’ कर देगी। हालांकि, उनके भाषण का अनुवाद करने वाले व्यक्ति ने इसका ठीक से अनुवाद नहीं किया, जिस पर प्रधानमंत्री को यह कहना पड़ा कि ‘संदेश उन तक पहुंच गया है, जिन तक यह संदेश पहुंचाना था।’

बंदरगाहों की क्षमता एक दशक में दूनी हुई

भारत में विकास का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जहाजों में यात्रा करने वाले लोगों की संख्या के मामले में भारत दुनिया के शीर्ष तीन देशों में शामिल है और पिछले 10 वर्षों में हमारे बंदरगाहों की क्षमता दोगुनी हो गयी है। मोदी ने शुक्रवार को विडिण्गम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह का आधिकारिक रूप से उद्घाटन किया और कहा कि आने वाले वर्षों में इस पोतांतरण केंद्र की क्षमता तीन गुना हो जाएगी, जिससे दुनिया के कुछ सबसे बड़े मालवाहक जहाज आसानी से यहां आ सकेंगे। प्रधानमंत्री ने 8,686 करोड़ रुपये की परियोजना के चालू होने के बाद अपने भाषण में कहा कि भारत के 75 प्रतिशत ट्रांसशिपमेंट ऑपरेशन पहले विदेशी बंदरगाहों पर किए जाते थे, जिसके परिणामस्वरूप देश को राजस्व की काफी हानि होती थी।

प्रधानमंत्री ने कहा,‘आज भारत सरकार आर्थिक शक्ति के इस माध्यम को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।’ उन्होंने आगे कहा,‘भारत के तटीय राज्य और बंदरगाह शहर विकसित भारत के विकास के लिए प्रमुख केंद्र बनेंगे।’ अडाणी पोर्ट्स द्वारा विकसित विडिण्गम बंदरगाह की प्रशंसा करते हुए मोदी ने कहा कि गुजरात के लोग अडाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अडाणी से निराश हो सकते हैं, जिन्होंने केरल में इतना बड़ा बंदरगाह बनाया है, जबकि वह स्वयं गुजरात से आते हैं। मोदी ने यह भी कहा कि केरल के बंदरगाह मंत्री वी एन वासवन ने अडाणी समूह को कम्युनिस्ट नेतृत्व वाली राज्य सरकार का ‘साझेदार’ बताया था और इसे देश में हो रहे बदलावों का प्रतीक बताया था

आंध्र प्रदेश में 58,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन

प्रधानमंत्री मोदी ने यहां 58,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया, जिसमें नए राजधानी शहर अमरावती का निर्माण फिर से शुरू करना भी शामिल है। अमरावती आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू का ‘ड्रीम प्रोजेक्ट’ है उन्होंने दक्षिणी राज्य के विकास में पूर्ण सहयोग देने का भी आश्वासन दिया। मोदी ने 94 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया, जिनमें राजधानी शहर के संस्थान, राष्ट्रीय राजमार्ग, रेलवे उन्नयन और रक्षा संबंधी प्रतिष्ठान शामिल हैं। इस अवसर पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण सहित अन्य लोग उपस्थित थे। मोदी ने कहा,‘आज 60,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं शुरू की गयीं हैं। ये परियोजनाएं सिर्फ कंक्रीट की संरचनाएं नहीं हैं, बल्कि ये आंध्र प्रदेश और विकसित भारत की महत्वाकांक्षाओं का मजबूत आधार हैं।’ उन्होंने तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) नीत राजग सरकार के 2047 तक राज्य को 2.4 हजार अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था में बदलने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य का जिक्र करते हुए कहा,‘हम सभी जानते हैं कि इंद्रलोक की राजधानी का नाम अमरावती था और अब अमरावती आंध्र प्रदेश की राजधानी है।

यह महज संयोग नहीं है। स्वर्णआंध्र के निर्माण के लिए यह एक अच्छा संकेत है।’ अमरावती के निर्माण को फिर से शुरू करने के हिस्से के रूप में, प्रधानमंत्री ने 49,000 करोड़ रुपये की 74 परियोजनाओं की आधारशिला रखी, जिसमें विधानसभा, सचिवालय और हाई कोर्ट भवनों और न्यायिक आवासीय क्वार्टर के साथ-साथ 5,200 परिवारों के लिए आवासीय भवनों का निर्माण शामिल है। उन्होंने बुनियादी ढांचे और बाढ़ शमन परियोजनाओं की आधारशिला रखी, जिसमें नए राजधानी शहर में भूमिगत उपयोगिताओं और उन्नत बाढ़ प्रबंधन प्रणालियों के साथ 320 किलोमीटर लंबा विश्व स्तरीय परिवहन नेटवर्क शामिल है। इसी तरह, प्रधानमंत्री ने 5,028 करोड़ रुपये की लागत वाली नौ केंद्रीय परियोजनाओं की भी आधारशिला रखी, जिनमें कृष्णा जिले के नागयालंका में डीआरडीओ का मिसाइल परीक्षण केंद्र (1,459 करोड़ रुपये), वाइजैग में एकता मॉल (100 करोड़ रुपये), गुंटकल-मल्लप्पा गेट रेल ओवरब्रिज (293 करोड़ रुपये) और छह राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाएं (3,176 करोड़ रुपये) शामिल हैं।

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