नई दिल्ली: भारत लगातार अपनी सैन्य ताकत को बढ़ा रहा है। सेना में कई आधुनिक मिसाइलें और एडवांस हथियार शामिल किए जा रहे हैं। गुरुवार(30 नवंबर) को 97 तेजस हल्के लड़ाकू विमानों और करीब 156 प्रचंड हेलीकॉप्टर की अतिरिक्त खेप की खरीद की को शुरुआती मंजूरी मिल गई है। इन 156 प्रचंड लड़ाकू हेलिकॉप्टर्स में से 90 भारतीय सेना और 66 वायुसेना के लिए होंगे।
सूत्रों के अनुसार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अगुआई में रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) ने अपने सुखोई-30 लड़ाकू बेड़े को एडवांस करने के लिए भारतीय वायु सेना के एक प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी है। मेगा खरीद परियोजनाओं और सुखोई-30 अपग्रेड प्रोग्राम से सरकारी खजाने पर 1.3 लाख करोड़ रुपये की लागत आने की उम्मीद है। उम्मीद है कि रक्षा मंत्रालय जल्द ही डीएसी के मंजूर प्रोजेक्ट्स का ब्योरा देगा।
तेजस के दो स्क्वॉड्रन IAF का हिस्सा
LCA तेजस का पहला वर्जन साल 2016 में वायुसेना में शामिल किया गया था। फिलहाल वायुसेना के दो स्क्वॉड्रन (45 स्क्वॉड्रन और 18 स्क्वॉड्रन) पूरी तरह एलसीए तेजस से लैस हैं। स्वदेशी रूप से विकसित तेजस का वायुसेना में आने वाले वर्षों में सबसे बड़ा बेड़ा होगा। भारतीय वायुसेना ने पहले ही 83 एलसीए मार्क1ए फाइटर प्लेन्स का ऑर्डर दे दिया है, जिसकी लागत करीब 36,468 करोड़ रुपये है और उसकी डिलिवरी अगले साल फरवरी-मार्च में शुरू हो जाएगी।