नगालैंड के राज्यपाल लॉ गणेशन के निधन पर नगालैंड में सात दिवसीय राजकीय शोक

गणेशन अनुकरणीय और आदरणीय राजनेता थे : अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल
लॉ गणेशन (फाइल फोटो)
लॉ गणेशन (फाइल फोटो)
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कोहिमा /ईटानगर : नगालैंड के राज्यपाल लॉ गणेशन के निधन के बाद शनिवार को राज्य में सात दिवसीय राजकीय शोक शुरू हो गया।

गृह विभाग की अधिसूचना में कहा गया कि इस अवधि के दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और राज्य सरकार के विभागों द्वारा कोई आधिकारिक मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा। कोहिमा में राजभवन के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि 80 वर्षीय लॉ गणेशन का शुक्रवार को चेन्नई के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से चेन्नई स्थित अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में राज्यपाल का इलाज हो रहा था और शुक्रवार रात उनका निधन हो गया। राजभवन के सूत्रों ने बताया कि राज्यपाल जुलाई के उत्तरार्ध में अपने गृहनगर चेन्नई के लिए रवाना हुए थे और उन्हें इस सप्ताह वापस लौटना था, लेकिन 8 अगस्त को वह अपने घर में गिर पड़े और उनके सिर में चोट लग गयी। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने गहन निगरानी और उपचार के लिए उन्हें आईसीयू में भर्ती कर लिया। मुख्य सचिव द्वारा जारी आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया कि उन्होंने शुक्रवार रात अंतिम सांस ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो तथा तमिलनाडु, असम, सिक्किम और त्रिपुरा के उनके समकक्षों क्रमश: एम के स्टालिन, हिमंत बिस्व सरमा, प्रेम सिंह तमांग और माणिक साहा तथा कई अन्य नेताओं ने लॉ गणेशन के निधन पर शोक व्यक्त किया। गणेशन को 12 फरवरी, 2023 को नगालैंड का 21वां राज्यपाल नियुक्त किया गया था और उन्होंने उसी वर्ष 20 फरवरी को पदभार ग्रहण किया था।

गणेशन अनुकरणीय राजनेता थे : परनाइक

ईटानगर : अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल के टी परनाइक ने नगालैंड के अपने समकक्ष लॉ गणेशन के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए शनिवार को कहा कि वह एक सम्मानित और अनुकरणीय राजनेता थे। कोहिमा में राजभवन के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि 80 वर्षीय गणेशन का शुक्रवार को चेन्नई के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। अरुणाचल के राज्यपाल परनाइक ने एक बयान में कहा कि लॉ गणेशन एक समर्पित सामाजिक कार्यकर्ता भी थे, जिन्होंने लोगों के कल्याण के लिए अथक प्रयास किया तथा सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी और विनम्रता के उच्चतम मूल्यों को कायम रखा। उन्होंने मणिपुर, पश्चिम बंगाल और नगालैंड के राज्यपाल के रूप में गणेशन की विशिष्ट सेवा को याद करते हुए कहा कि उन्होंने (गणेशन) जिस गर्मजोशी के साथ सभी क्षेत्रों के लोगों से जुड़ाव महसूस किया वह प्रशंसनीय है।


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