

संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) अध्यक्ष इवेंजेलोस सेकेरिस ने परमाणु हथियार संपन्न दक्षिण एशियाई देशों भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने पर चिंता जताते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच की स्थिति पर चर्चा करने के लिए सुरक्षा परिषद की बैठक जल्द हो सकती है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा परिषद की यह बैठक विचार व्यक्त करने तथा तनाव कम करने में मदद करने का एक अवसर होगी। मई महीने के लिए सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष यूनान के राजदूत एवं संयुक्त राष्ट्र में देश के स्थायी प्रतिनिधि इवेंजेलोस सेकेरिस ने 15 देशों के संयुक्त राष्ट्र निकाय की यूनान की एक महीने की अध्यक्षता के तहत परिषद के कार्य एवं कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी।
पाकिस्तान से उत्पन्न सीमा पार आतंकवाद से भारत के पीड़ित होने के बारे में पूछे गए पूछे गए एक सवाल के जवाब में सेकेरिस ने कहा कि यह एक ऐसा मुद्दा है जो बहुत ही प्रासंगिक है। जैसा कि मैंने पहले कहा कि हम आतंकवाद के किसी भी कृत्य की कड़ी निंदा करते हैं और यही हमने पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले पर किया है जिसमें निर्दोष लोग मारे गए। भारत सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य है।
सेकेरिस ने कहा कि कि हम भारत सरकार, नेपाल और पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं। ‘हम आतंकवाद की सभी रूपों में निंदा करते हैं, हर जगह जहां भी ऐसी (आतंकवादी) घटनाएं हो रही हैं, हम उनकी निंदा करते हैं। दूसरी ओर, हम इस तनाव को लेकर चिंतित हैं जो इस क्षेत्र में बढ़ रहा है। दो बहुत बड़े देश। बेशक, भारत पाकिस्तान से कहीं ज्यादा बड़ा है। उन्होंने कहा कि दोनों देश यूनान से कहीं अधिक बड़े हैं।
सेकेरिस ने कहा कि हम तनाव कम करने और बातचीत के आह्वान में भी शामिल हैं ताकि स्थिति नियंत्रण से बाहर न हो जाए।’’ इस सप्ताह की शुरुआत में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा था कि उनकी यूनान के विदेश मंत्री जॉर्ज गेरापेट्रिटिस के साथ सार्थक बातचीत हुई और दोनों नेताओं ने पहलगाम आतंकवादी हमले पर चर्चा की। भारत ने सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ यूनान के दृढ़ विरोध का स्वागत किया। जयशंकर ने कहा था कि हमारी रणनीतिक साझेदारी हमारे संबंधों की गहराई को दर्शाती है।