

नई दिल्ली: वर्ष 2008 मेें हुए 26/11 मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा ने पूछताछ में कबूल कर लिया है कि इस नृशंस हमले की योजना बनाने में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और पाकिस्तान के टॉप सैन्य अधिकारियों शामिल थे। वह खुद हमले के समय मुंबई में मौजूद था। उसने कबूल किया कि वह पाकिस्तानी सेना का एजेंट है। उसने डेविड कोलमैन हेडली के साथ पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा के कई ट्रेनिंग सेशन किए थे। राणा ने यह भी कहा कि लश्कर असल में एक जासूसी नेटवर्क की तरह काम करता है।जानकारी हो कि पाकिस्तानी मूल का कनाडाई व्यवसायी राणा अभी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की हिरासत में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। यहां उसने पूछताछ में मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के सामने ये राज खोले। राणा ने पूछताछ में बताया कि सेना ने उसे खाड़ी युद्ध के समय सऊदी अरब में एक गुप्त मिशन पर भेजा था। वह सिंध, बलूचिस्तान, बहावलपुर और सियाचिन-बालोतरा सेक्टर सहित पाकिस्तान के संवेदनशील सैन्य क्षेत्रों में भी काम करता था। मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच अब राणा को गिरफ्तार करके रिमांड पर लेने की तैयारी में है। राणा अभी एनआईए की न्यायिक हिरासत में है, दिल्ली की अदालत ने उसके रिमांड को 9 जुलाई तक बढ़ा दिया है। तहव्वुर को अमेरिकाी खुफिया एजेंसी एफबीआई ने शिकागो में अक्टूबर 2009 में गिरफ्तार किया था। राणा को इसी साल 10 अप्रैल को स्पेशल विमान से अमेरिका से भारत लाया गया था।
मुंबई में खोला था इमिग्रेशन सेंटर
राणा ने पूछताछ में बताया कि मुंबई में उसने अपनी कंपनी का इमिग्रेशन सेंटर खुद के प्लान से खोला, ताकि हमले की तैयारी के लिए जगह और सुविधाएं मिल सकें। वहां किए गए लेन-देन को बिजनेस खर्चों में दिखाया गया। उसने यह भी स्वीकार किया कि छत्रपति शिवाजी टर्मिनस जैसे स्थानों की खुद जाकर रेकी की थी।
पाकिस्तानी सेना में डॉक्टर था राणा
64 साल का तहव्वुर राणा पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है, जो पाकिस्तान ने अपनी सेना में डॉक्टर के रूप में तैनात कर रखा था। 1997 में वह बाद पाकिस्तान से कनाडा चला गया और वहां इमिग्रेशन सर्विसेस देने वाले बिजनेसमैन के तौर पर काम शुरू किया। कनाडा से वह अमेरिका पहुंचा और शिकागो सहित कई लोकेशंस पर फर्स्ट वर्ल्ड इमिग्रेशन सर्विसेज नाम से कंसल्टेंसी फर्म खोली। अमेरिकी कोर्ट के दस्तावेजों के मुताबिक, राणा कई बार कनाडा, पाकिस्तान, जर्मनी और इंग्लैंड भी गया था। वह लगभग 7 भाषाएं बोल सकता है।
डेविड हेडली का दोस्त है राणा : राणा, मुंबई हमले के मास्टरमाइंड डेविड हेडली का दोस्त था। उसने ने मुंबई आतंकी हमले को अंजाम देने में हेडली की मदद की थी। राणा को पता था कि हेडली लश्कर-ए-तैयबा के साथ मिलकर काम कर रहा है। हेडली की मदद करके और उसे आर्थिक मदद पहुंचाकर राणा आतंकी संस्था और उसके साथ आतंकियों को भी सपोर्ट कर रहा था। राणा को जानकारी थी कि हेडली किससे मिल रहा है, क्या बात कर रहा है। उसे हमले की प्लानिंग और कुछ टारगेट्स के नाम भी पता थे।