

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिलीस्तीन के राष्ट्रपति से गुरुवार(19 अक्टूबर) को फोन पर बात की। गाजा के अस्पताल पर हुए हमले में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना जताते हुए फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात की है। दरअसल इजरायल पर हमास के आतंकी हमले के बाद इजरायली फौजों का इंतकाम जारी है। इस जंग में फिलिस्तीन के सैकड़ों लोग भी मारे गए हैं। जिन्हें हमास के आतंकवादी अबतक ढाल बनाकर खुद को बचाते आए हैं। हमास ने दरिंदगी का जो चेहरा दिखाया था उसके बाद इजरायल अपने हमले रोकने को राजी नहीं है। ऐसे में मानवीय सहायता के नाम पर भारत ने बड़ा दिल दिखाते हुए फिलिस्तीन को मदद देने का भरोसा दिलाया है।
पीएम ने ट्वीट कर दी जानकारी
फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास से हुई बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने गाजा के अल अहली अस्पताल पर हुए हमले में स्थानीय नागरिकों की मौत पर संवेदना व्यक्त की है। अपनी इस बातचीत के बारे में सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए पीएम मोदी ने लिखा कि 'हम फिलिस्तीन के लोगों के लिए मानवीय सहायता भेजना जारी रखेंगे. इस बातचीत में हमने क्षेत्र में फैले आतंकवाद, हिंसा और बिगड़ती हुई सुरक्षा स्थिति पर अपनी गहरी चिंता जताई है। इजराइल-फिलिस्तीन के मुद्दे पर भारत लंबे समय से चली आ रही अपनी सैद्धांतिक स्थिति पर अडिग है। हम फिलिस्तीन को मानवीय सहायता देना जारी रखेंगे।'
बता दें कि गाजा के अस्पताल में बेगुनाहों की मौत पर दुनियाभर में आक्रोश है। हमास का कहना है कि अस्पताल को इजरायल ने निशाना बनाया है। वहीं दूसरी ओर इजरायल ने इस हमले में अपना हाथ होने से इनकार किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने कह चुके हैं कि उन्हें लगता है कि ये हमला इजरायल को बदनाम करने के लिए हमास ने ही करवाया है।