नई दिल्ली: इजराइल और हमास के बीच भीषण युद्ध जारी है। इसी बीच मंगलवार(17 अक्टूबर) देर रात गाजा के अस्पताल पर रॉकेट से हमला किया गया। इसके बाद इजराइल और हमास दोनों ने एक दूसरे पर हमले का आरोप लगाया। अस्पताल में हुए हमले को लेकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। पीएम ने रॉकेट हमले में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की है। बता दें कि इस हमले में करीब 500 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की ख़बर है।
हमलावरों की जवाबदेही तय हो- पीएम मोदी
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (ट्विटर) पर बुधवार(18 अक्टूबर) को पीएम मोदी ने ट्वीट कर दुख जताया है। उन्होंने लिखा कि हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार के प्रति हमारी संवेदना है। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना भी की। हमले की निंदा करते हुए पीएम ने लिखा कि हमले के पीछे जो लोग भी जिम्मेदार हैं उनकी जवाबदेही तय की जानी चाहिए। बता दें कि गाजा में अल अहलि अस्पताल पर देर रात हमला हुआ था। मरने वालों में मरीजों उनके परिजनों, अस्पताल के स्टाफ समेत अन्य लोग शामिल थे।
Deeply shocked at the tragic loss of lives at the Al Ahli Hospital in Gaza. Our heartfelt condolences to the families of the victims, and prayers for speedy recovery of those injured.
Civilian casualties in the ongoing conflict are a matter of serious and continuing concern.…
— Narendra Modi (@narendramodi) October 18, 2023
कई देशों ने की हमले की निंदा
गाजा के अस्पताल पर हुए हमले की निंदा कई देशों में हो रही है। हमले के विरोध में कई देशों में प्रदर्शन भी हो रहे हैं। मध्य पूर्व के कई देशों ने इस हमले की निंदा की है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि इस हमले को किसी भी तरह से सही नहीं ठहराया जा सकता है। वहीं, इजिप्ट ने इस हमले के पीछे इजराइल का हाथ होनें की आशंका जताई है। इजराइल जवाबी कार्रवाई करते हुए अभी भी लगातार गाजा पर हमले कर रहा है।
छात्रों द्वारा स्थापित है फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद संगठन
इजराइल ने इस हमले के लिए फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद (PJI) संगठन को दोषी ठहराया है। 1981 में स्थापित पीजेआई मिस्र में फिलिस्तीनी छात्रों द्वारा स्थापित किया गया था। बताया जाता है कि इसका मुख्य उद्देश्य वेस्ट बैंक, गाजा और इजरायल द्वारा अवैध रूप से कब्जा किए गए अन्य क्षेत्रों में फिलिस्तीनी राज्य स्थापित करना है।