नई दिल्ली: बीते शनिवार से इजराइल और हमास के बीच भीषण युद्ध जारी है। हमास के द्वारा किए गए पहले हमले में इजराइल के 900 से ज्यादा लोग मारे गए। वहीं, चार दिनों में युद्ध की वजह से अबतक 2100 लोगों की मौत हो चुकी है। हमास को खत्म करने के लिए इजराइल गाजा पर लगातार हमले कर रहा है। इजराइल और गाजा में कई देशों के लोग फंसे हुए हैं। भारत ने अपने देश के नागरिकों को वहां से निकालने का फैसला किया। बुधवार(11 अक्टूबर) को भारत सरकार ने जानकारी देते हुए कहा कि वह इजराइल-फिलीस्तीन में फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए ‘ऑपरेशन अजय शुरू’ कर रहा है।
विदेश मंत्रालय ने दी जानकारी
भारत सरकार स्पेशल चार्टर्ड फ्लाइट्स के माध्यम से भारतीय नागरिकों की वापसी की सुविधा प्रदान करेगी। साथ ही जरूरत पड़ने पर भारतीय नौसेना के जहाजों को भी सेवा में लगाया जाएगा। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा कि जो हमारे नागरिक इजरायल से वापस आना चाहते हैं, उनकी वापसी की सुविधा के लिए ऑपरेशन अजय शुरू कर रहे हैं। विशेष चार्टर उड़ानें और अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं। विदेश में हमारे नागरिकों की सुरक्षा और भलाई के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध।
आज लौटेगा पहला विमान
तेल अवीव में भारतीय दूतावास ने कहा कि उसने गुरुवार को विशेष उड़ान के लिए रजिस्टर्ड भारतीय नागरिकों की पहली ईमेल जारी कर दी है। इसमें कहा गया है कि अन्य रजिस्टर्ड लोगों को मैसेज अगली उड़ानों के लिए भेजा जाएगा। जयशंकर ने बुधवार शाम यूएई के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद से भी बात की। उन्होंने ट्वीट किया कि पश्चिम एशिया में चल रहे संकट पर चर्चा की और संपर्क में बने रहने पर सहमति व्यक्त की। 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इज़राइल पर हमला करने और बड़े पैमाने पर हत्याएं करने के बाद किसी अरब देश के विदेश मंत्री के साथ यह उनका पहला संपर्क था।
इजराइल पहुंचे अमेरिकी विदेश मंत्री
अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकिन इज़रायल के दौरे पर हैं। अमेरिका इज़रायल को लगातार युद्ध के साजो समान की सप्लाई कर रहा है और पूरी तरह से इज़रायल के साथ खड़ा हो गया है। अमेरिका ने कहा है कि इस हमले में 20 अमेरिकी नागरिकों के मौत की आशंका है।