अमेरिका और ईरान में परमाणु वार्ता शुरू

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने दी है धमकी, वार्ता सफल नहीं हुई तो परमाणु कार्यक्रम स्थल पर करेंगे हवाई हमले
Oman
ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची (बाएं) अपने ओमानी समकक्ष सैय्यद बद्र अलबुसैदी से मस्कट, ओमान में अमेरिकी मध्यपूर्व दूत स्टीव विटकॉफ के साथ वार्ता से पहले मिलते हुए।
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मस्कट : अमेरिका और ईरान के बीच ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर शनिवार को ओमान में वार्ता शुरू हो गई है। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाघेई ने एक सोशल मीडिया मंच पर यह जानकारी साझा की। जिसमें तेहरान के शीर्ष राजनयिक अब्बास अराघची की ओमान के विदेश मंत्री बद्र अल-बुसैदी से मुलाकात करते दिखाई दे रहे हैं। इससे पहले दिन में, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में वापसी के बाद ईरान के तेजी से बढ़ते परमाणु कार्यक्रम को लेकर पहली वार्ता से पहले ईरान और अमेरिका के राजदूत शनिवार को ओमान पहुंचे। किसी समझौते की तत्काल संभावना नहीं है, लेकिन करीब 50 वर्ष से दुश्मनी के दौर से गुजर रहे इन दोनों देशों के लिए वार्ता का महत्व और भी बढ़ गया है। ट्रंप ने बार-बार धमकी दी थी कि अगर कोई समझौता नहीं हुआ तो वे ईरान के परमाणु कार्यक्रम को निशाना बनाकर हवाई हमले करेंगे। ईरानी अधिकारी लगातार चेतावनी दे रहे हैं कि वे अपने यूरेनियम भंडार को हथियार-स्तर के करीब समृद्ध कर परमाणु हथियार बनाने की कोशिश कर सकते हैं। इस बीच, ईरान के विदेश मंत्रालय ने तेहरान के शीर्ष राजनयिक अब्बास अराघची की ओमान के विदेश मंत्री बद्र अल-बुसैदी से मुलाकात का फुटेज जारी किया।

अमेरिका 2018 में वार्ता से हो गया था अलग

ईरान और अमेरिका के बीच सीधी बातचीत लंबे समय से रुकी हुई है। दोनों देशों के रिश्ते 2018 से और खराब हो गए थे, जब अमेरिका ने परमाणु समझौते (संयुक्त व्यापक कार्य योजना - जेसीपीओए) से खुद को अलग कर लिया था। उस समय भी ट्रंप ही अमेरिका के राष्ट्रपति थे। अब ओमान एक मध्यस्थ की भूमिका निभा रहा है ताकि दोनों देश किसी समाधान पर पहुंच सकें।

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