

कोहिमा : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय मुख स्वास्थ्य कार्यक्रम (एनओएचपी) भारत सरकार ने नगालैंड को विश्व मुख स्वास्थ्य दिवस 2025 की गतिविधियों के अंतर्गत 20 मार्च से 20 अप्रैल तक आयोजित उत्कृष्ट गतिविधियों के लिए ‘लघु राज्यों की श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला राज्य’ का पुरस्कार दिया है।
यह पुरस्कार समारोह 6 अगस्त को नयी दिल्ली स्थित एम्स के दंत चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (सीडीईआर) में आयोजित किया गया। पुरस्कार प्राप्त करते हुए डॉ. रेयोसालु लासे विजो, संयुक्त निदेशक (दंत चिकित्सा)/एसएनओ-एनओएचपी (राष्ट्रीय मौखिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, नगालैंड) ने कहा, ‘यह राष्ट्रीय सम्मान राज्य और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के लिए गौरव का क्षण है और सभी स्तरों पर मौखिक स्वास्थ्य पेशेवरों, कर्मचारियों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रमाण है।’ डॉ. लासे ने इस सम्मान के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय मौखिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, भारत के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, ‘यह पुरस्कार विभाग के सभी लोगों, सभी वरिष्ठ अधिकारियों (सेवानिवृत्त अधिकारियों सहित) और निदेशालय व जिलों के अधिकारियों, सभी दंत चिकित्सा एवं एनएचएम कर्मचारियों, सभी दंत चिकित्सा स्वास्थ्य इकाइयों के सभी दंत शल्य चिकित्सकों, आईडीए-एनएसबी, प्रत्येक स्वास्थ्य कार्यकर्ता, स्वयंसेवक, साझेदारों, स्कूलों, पुलिस, चर्चों, अनाथालयों, देखभाल केंद्रों, वृद्धाश्रमों, विशेष विद्यालयों और समुदाय के सभी लोगों का है, जिन्होंने हमारे विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस 25 की गतिविधियों को प्रभावशाली और समावेशी बनाने में योगदान दिया।’ डॉ. लासे ने कहा, ‘एनओएचपी इंडिया के निरंतर मार्गदर्शन और समर्थन के साथ हम नगालैंड में, विशेष रूप से वंचित और दूरदराज के क्षेत्रों में, मौखिक और दंत स्वास्थ्य जागरूकता और सेवा को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम इस उपलब्धि को संभव बनाने में जिलों और स्वास्थ्य इकाइयों की सहयोगात्मक भावना की भी सराहना करते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘यह सम्मान राज्य को राष्ट्रीय लक्ष्यों और प्राथमिकताओं के अनुरूप मजबूत, समुदाय-केंद्रित मौखिक और स्वास्थ्य प्रणालियों का निर्माण जारी रखने के लिए प्रेरित करेगा।’
स्कूलों और समुदायों में जागरूकता कार्यक्रमों और स्क्रीनिंग कैंपों की एक शृंखला आयोजित की गयी, जिसमें उचित ब्रशिंग तकनीकों पर विशेष ध्यान दिया गया। टूथपेस्ट और टूथब्रश वितरित किए गए साथ ही शपथ ग्रहण समारोह और बैनर, पोस्टर, लीफलेट और पैम्फलेट जैसी आईईसी गतिविधियां भी आयोजित की गयीं। मौखिक स्वास्थ्य विषयों पर पोस्टर-मेकिंग, पेंटिंग, निबंध लेखन और रील-मेकिंग जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित की गयीं, जिनमें विजेताओं को पुरस्कार दिए गये। कुछ जिलों में मैराथन और वॉकथॉन आयोजित किए गए, जिनमें विजेताओं को पुरस्कार दिए गए। चर्च के नेताओं और गांव के बुजुर्गों के साथ बातचीत की गयी साथ ही टूथपेस्ट, टूथब्रश और गिफ्ट हैम्पर्स का वितरण भी किया गया। जवानों और उनके परिवारों के लिए जागरूकता सत्र और स्क्रीनिंग भी आयोजित की गयीं। आम जनता को जोड़ने के लिए मौखिक स्वास्थ्य जागरूकता के लिए ‘सेल्फी बूथ’ जैसी अभिनव पहल की गयी। आउटरीच कार्यक्रमों ने अनाथालयों, देखभाल केंद्रों, वृद्धाश्रमों और विशेष स्कूलों सहित हाशिए पर रहने वाले समुदायों को लक्षित किया, जहां टूथपेस्ट, टूथब्रश और गिफ्ट हैम्पर्स वितरित किए गए। वृद्धाश्रमों के बुजुर्गों और दंत चिकित्सा सुविधाओं से वंचित दूरदराज के इलाकों के ग्रामीणों के लिए विशेष दंत चिकित्सा शिविर आयोजित किए गए। इसके अतिरिक्त, सभी 11 जिलों और 38 दंत चिकित्सा इकाइयों, जहां दंत चिकित्सक तैनात हैं, में दंत चिकित्सा शिविर आयोजित किए गए, जिससे व्यापक मौखिक स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित हुईं।