नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने एनएच-2 भूस्खलन स्थल का निरीक्षण किया

दीर्घकालिक निवारक उपायों की आवश्यकता पर दिया बल
नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने एनएच-2 भूस्खलन स्थल का निरीक्षण किया
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कोहिमा : नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने मंगलवार को राज्य की राजधानी कोहिमा के निकट फेसामा के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-2 के भूस्खलन प्रभावित हिस्से का स्थलीय निरीक्षण किया और इस महत्वपूर्ण सड़क मार्ग की सुरक्षा के लिए तत्काल बहाली और दीर्घकालिक निवारक उपायों की आवश्यकता पर बल दिया।

इस क्षेत्र में भूस्खलन की लगातार बढ़ती आशंका पर चिंता व्यक्त करते हुए नेफ्यू रियो ने नागालैंड के ऊबड़-खाबड़ पहाड़ी इलाकों से उत्पन्न चुनौतियों को स्वीकार किया। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्गों के माध्यम से निर्बाध संपर्क बनाए रखने के सामरिक और आर्थिक महत्व पर जोर दिया।मुख्यमंत्री ने कहा, ‘राष्ट्रीय राजमार्ग देश की जीवनरेखा हैं-संपर्क और आर्थिक गतिविधियों के लिए आवश्यक।’ उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बहाली के प्रयासों में तेजी लाने के लिए कार्यान्वयन एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रही है। मुख्यमंत्री रियो ने भूस्खलन प्रभावित राजमार्ग के लिए ठोस समाधान का आग्रह किया तथा क्षेत्र में भूस्खलन की दीर्घकालिक प्रकृति पर प्रकाश डालते हुए कहा,‘यह कोई नयी समस्या नहीं है- यह हमारे बचपन से ही मौजूद है। उचित दीर्घकालिक समाधान के बिना, गांव की सड़कें राजमार्ग यातायात को संभाल नहीं पाएंगी और लगातार ढहती रहेंगी।’ राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के अधिकारियों के साथ बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने स्थायी संरचनात्मक हस्तक्षेपों की वकालत की, जिसमें कंक्रीट, लोहे की छड़ों और, जहां संभव हो, पाइलिंग तकनीकों का उपयोग शामिल है। उन्होंने सड़क मार्ग को बाधित किए बिना मलबे के मुक्त प्रवाह की अनुमति देने के लिए एक कंक्रीट पुल या फ्लाईओवर बनाने का भी प्रस्ताव रखा। रियो ने सलाह दी, ‘अस्थायी मरम्मत पर्याप्त नहीं होगी। एक उचित कंक्रीट संरचना का निर्माण करें जो भू-भाग और मौसम की चुनौतियों का सामना कर सके।’

एनएचआईडीसीएल के कार्यकारी निदेशक आर पी सिंह ने मुख्यमंत्री को बताया कि प्रभावित खंड- जो लगभग 37 मीटर लंबा है- लगातार बारिश के कारण जलमग्न और अस्थिर हो गया है। आर पी सिंह ने कहा कि अगर मौसम अनुकूल रहा तो 18 अगस्त तक अस्थायी बहाली हो सकती है। मानसून के महीनों में काम करने की बाधाओं को स्वीकार करते हुए रियो ने एजेंसियों को एक अस्थायी मार्ग विकसित करने और मानसून के बाद पूर्ण कंक्रीट कार्य की तैयारी करने का निर्देश दिया। उन्होंने आगाह किया, ‘बड़े भूस्खलन आमतौर पर अगस्त और सितंबर में होते हैं। हमें उससे पहले एक व्यापक दीर्घकालिक योजना बनाने की आवश्यकता है।’ रियो ने सड़क के सामरिक महत्व पर भी जोर दिया और बताया कि यह किसामा स्थित नागा हेरिटेज विलेज से जुड़ती है, जहां अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध हॉर्नबिल महोत्सव आयोजित होता है। उन्होंने एनएचआईडीसीएल, जिला प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों सहित सभी हितधारकों से आग्रह किया कि वे अंतिम समय में सड़क निर्माण से बचने के लिए पहले से ही समन्वय स्थापित करें। उन्होंने भूस्खलन के मलबे के उचित निपटान पर जोर दिया और अनियंत्रित डंपिंग के प्रति आगाह किया जिससे आस-पास की संरचनाओं को नुकसान पहुंच सकता है। नागालैंड की पर्यावरणीय परिस्थितियों पर विचार करते हुए रियो ने चुटकी लेते हुए कहा, ‘मानवीय लापरवाही के कारण नागालैंड में केवल दो मौसम होते हैं - कीचड़ का मौसम और धूल का मौसम।’ उन्होंने आपदा प्रतिरोधक क्षमता और सतत बुनियादी ढांचे के विकास को सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक जिम्मेदारी और बेहतर योजना बनाने का आह्वान किया।

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