
दीमापुर : नागालैंड एलायंस फॉर चिल्ड्रन एंड वूमेन राइट्स (एनएसीडब्ल्यूआर) ने 15 जून को चलती ऑटो-रिक्शा में हुई कथित अपहरण और छेड़छाड़ की घटना की कड़ी निंदा की है और इसे मानवीय गरिमा और सार्वजनिक सुरक्षा का गंभीर उल्लंघन बताया है।
एनएसीडब्ल्यूआर ने एक प्रेस विज्ञप्ति में नागालैंड में लिंग आधारित हिंसा की बढ़ती प्रवृत्ति पर गहरी चिंता व्यक्त की। इसने कहा कि 15 जून की घटना महिलाओं और बच्चों को ऐसे जघन्य कृत्यों से बचाने के लिए मजबूत तंत्र की तत्काल आवश्यकता की एक गंभीर याद दिलाती है। एनएसीडब्ल्यूआर ने पीड़िता के प्रति एकजुटता व्यक्त की और राज्य सरकार और कानून प्रवर्तन एजेंसियों से अभियुक्तों को त्वरित और कड़ी सजा सुनिश्चित करने का आग्रह किया।इसने कहा कि भविष्य में महिलाओं-बच्चियों- किशोरियों के साथ हो रहे अपराधों को रोकने के लिए शून्य सहनशीलता का एक मजबूत संदेश भेजना आवश्यक था। संगठन ने यह भी उजागर किया कि कलंक और प्रतिशोध के डर के कारण कई ऐसे मामले दर्ज नहीं किए जाते हैं और चेतावनी दी कि नागालैंड में ऐसे अपराध खतरनाक दर से बढ़ रहे हैं। नागालैंड एलायंस फॉर चिल्ड्रन एंड वूमेन राइट ने नागालैंड सरकार, नागरिक समाज संगठनों (सीएसओ) और सभी हितधारकों से लिंग आधारित हिंसा, महिलाओं के खिलाफ अपराध, शैक्षणिक संस्थानों में बदमाशी और बाल शोषण को दूर करने के लिए गंभीर और तत्काल कदम उठाने का आह्वान किया। इसने जोर देकर कहा कि सामूहिक प्रयास, प्रभावी नीति प्रवर्तन और न्याय के प्रति प्रतिबद्धता राज्य में महिलाओं और बच्चों के लिए एक सुरक्षित और समावेशी वातावरण बनाने के लिए महत्वपूर्ण हैं।