वाशिंग्टन : अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और टेस्ला के सीईओ इलॉन मस्क में आरोप-प्रत्यारोप के बीच मस्क ने ट्रम्प के नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण में शामिल होने वाली पोस्ट सोशल मीडिया से हटा दी है। इससे पहले उन्होंने नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण और तस्करी से जुड़े एक बड़े मामले में ट्रंप के शामिल होने की बात कही थी। उन्होंने दावा किया था कि ट्रम्प का नाम एप्स्टीन फाइलों में है।
एप्स्टीन केस एक हाई-प्रोफाइल क्रिमिनल मामला है, जिसमें अमेरिकी अरबपति जेफरी एप्स्टीन पर नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण और तस्करी के आरोप लगे थे। इस केस में दुनियाभर के कई हाईप्रोफाइल लोगों के नाम सामने आए थे। जेफ्री एप्स्टीन को पहली बार 2006 में फ्लोरिडा के पाम बीच से गिरफ्तार किया गया। एप्स्टीन को वेश्यावृत्ति और नाबालिग को लालच देने के लिए दोषी ठहराया गया। हालांकि कुछ सौदेबाजी के बाद उसे सिर्फ 13 महीने की हिरासत मिली, जिसमें वर्क रिलीज की इजाजत थी।
राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, माइकल जैक्सन और ब्रिटेन के प्रिंस एंड्रयू के नाम
जनवरी 2024 में एक अमेरिकी कोर्ट ने जेफ्री एप्स्टीन से जुड़े दस्तावेज सार्वजनिक किए थे। इसमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, माइकल जैक्सन और ब्रिटेन के प्रिंस एंड्रयू जैसे हाई-प्रोफाइल लोगों के नाम थे। इसमें बिल क्लिंटन और प्रिंस एंड्रयू के साथ एप्स्टीन की पुरानी दोस्ती का भी जिक्र किया गया था। एप्स्टीन के मुताबिक क्लिंटन को कम उम्र की लड़कियां पसंद थीं। हालांकि क्लिंटन के खिलाफ कोई आरोप साबित नहीं हो पाया।