मंडी में मानसून का कहर, बादल फटा, 1 मृत, 12 बहे

पंजाब- हरियाणा भी जलमग्न
बादल फटने के बाद मंडी जिले की स्थिति
बादल फटने के बाद मंडी जिले की स्थिति-
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शिमला : हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में बादल फटने और भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ में एक व्यक्ति की मौत हो गयी और करीब 12 लोग लापता हो गए। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। मंडी में सोमवार शाम से 216.8 मिलीमीटर बारिश हुई है। मंडी के उपायुक्त अपूर्व देवगन ने बताया कि एक व्यक्ति की मौत हो गयी है, जबकि 12 से 13 लोग लापता हैं। करसोग में एक व्यक्ति की मौत की खबर है, जबकि मंडी के स्यांज में दो परिवारों के करीब सात लोग लापता हैं।

अपूर्व देवगन ने बताया कि भारी बारिश के बाद बादल फटने और अचानक आई बाढ़ से जिले में कई जगहों पर भारी नुकसान हुआ है, जिसके चलते कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। घरों और कृषि भूमि को नुकसान पहुंचने की सूचना है। करसोग के पुराना बाजार (पंजरत), कुट्टी, बराल, ममेल और भ्याल गांवों में सड़कें और वाहन बह गए हैं। मंडी की लौंगनी पंचायत के स्याठी गांव में भारी बारिश के कारण कई घर, गौशालाएं, घोड़े, मवेशी और बकरियां बह गयी हैं, जबकि पंडोह के पास पटीकरी बिजली परियोजना में निवासियों के घरों में पानी घुस गया है। जिले की सभी नदियां और नाले उफान पर हैं और ब्यास नदी पर बने पंडोह बांध से डेढ़ लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है। पंडोह बांध का जलस्तर खतरे के निशान 2,922 फुट के मुकाबले 2,941 फुट तक पहुंच गया है। चंडीगढ़-मनाली चार लेन मार्ग वर्तमान में द्वाडा, झलोगी और बनाला सहित कई स्थानों पर अवरुद्ध है, जबकि कमांद-कटौला-बजौरा मार्ग केवल हल्के मोटर वाहनों (एलएमवी) के लिए खुला है। मंडी पुलिस ने कहा कि आम लोगों को सलाह दी गयी है कि जब तक बहुत आवश्यक न हो, यात्रा से बचें। सुजानपुर की खैरी ग्राम पंचायत से बाढ़ में फंसे लगभग 15 प्रवासियों को बचाया गया और भारतीय रिजर्व बटालियन जंगलबेरी और पुलिस की टीम बचाव कार्य में लगी हुई है। भारी बारिश के बाद मंडी और हमीरपुर के जिला प्रशासन ने मंगलवार को स्कूल बंद करने के आदेश दिए हैं। हालांकि, स्थानीय लोगों के अनुसार हमीरपुर जिले में इस आशय की सूचना समय पर नहीं मिलने के कारण छात्र पहले ही स्कूल पहुंच गए थे। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में छह जिलों- चंबा, हमीरपुर, मंडी, शिमला, सिरमौर और सोलन के कुछ हिस्सों में हल्के से मध्यम स्तर की बाढ़ के खतरे की चेतावनी दी है।

हरियाणा में जून में 30 % और पंजाब में 28 % अधिक बारिश

चंडीगढ़ : पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में मंगलवार को बारिश हुई, जबकि दोनों राज्यों की साझा राजधानी चंडीगढ़ में 13.5 मिमी बारिश दर्ज की गयी। हरियाणा के अंबाला, हिसार, रोहतक, करनाल, नारनौल, चरखी दादरी, पंचकूला और रेवाड़ी सहित अन्य स्थानों पर बारिश हुई। वहीं, पंजाब के अमृतसर, लुधियाना, पटियाला, पठानकोट, मोहाली और गुरदासपुर जैसे इलाकों में भी बारिश दर्ज की गयी। पिछले तीन दिन के दौरान चंडीगढ़ में 200 मिमी से अधिक बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक की 24 घंटे की अवधि में चंडीगढ़ में 13.5 मिमी बारिश हुई। इससे पहले के 2 दिनों में शहर में 190 मिमी बारिश हुई थी। मौसम विभाग ने बताया कि जून महीने में पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गयी है। मौसम विभाग के अनुसार, पंजाब में जून महीने में 69.7 मिमी बारिश हुई, जबकि सामान्य औसत 54.5 मिमी है। यह 28 % अधिक है। इसी तरह, हरियाणा में जून में 71.7 मिमी बारिश हुई, जो 55.3 मिमी के सामान्य औसत से 30 % अधिक है। चंडीगढ़ में जून माह में 37 % अधिक बारिश हुई, जो 213 मिमी थी जबकि इस महीने औसत बारिश 155.5 मिमी होती है। इससे पहले चंडीगढ़ में सर्वाधिक बारिश जून 2013 में हुई थी जो 251.5 मिमी दर्ज की गयी थी। पंजाब के फरीदकोट, बरनाला, फतेहगढ़ साहिब, फिरोजपुर, लुधियाना, पठानकोट, पटियाला, रूपनगर और तरनतारन जिलों में जून में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई। हरियाणा के भिवानी, फतेहाबाद, हिसार, झज्जर, करनाल, कुरुक्षेत्र, महेंद्रगढ़, नूंह, यमुनानगर और रेवाड़ी जिलों में भी पिछले महीने सामान्य से अधिक बारिश हुई।


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