

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 जून को ‘विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अरावली पर्वतमाला में बंजर भूमि को उपयोग लायक बनाने के लिए एक विशाल परियोजना की आधिकारिक रूप से शुरुआत करेंगे। पर्यावरण मंत्रालय के सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि मोदी दक्षिण दिल्ली के रिज क्षेत्र में पौधे लगाएंगे, जो गुजरात से राष्ट्रीय राजधानी तक 700 किलोमीटर तक फैली पर्वत शृंखला का हिस्सा है। परियोजना की शुरुआत से जुड़े कार्यक्रम में दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात के मुख्यमंत्री भाग लेंगे। सूत्रों ने बताया कि परियोजना के तहत अरावली पर्वत शृंखला में आने वाले 29 जिलों में करीब एक हजार नर्सरी विकसित की जाएंगी।
परियोजना जलवायु लक्ष्य को पूरा करने में महत्वपूर्ण होगी
केंद्र सरकार के अनुसार, यह पहल भारत के जलवायु लक्ष्य को पूरा करने में महत्वपूर्ण होगी, जिसके तहत 2.5 से 3 अरब टन कार्बन डाईऑक्साइड के समतुल्य अतिरिक्त कार्बन सोखने की क्षमता का निर्माण करना तथा 2030 तक 2.6 करोड़ हेक्टेयर बंजर भूमि को पुनः उपजाऊ बनाना शामिल है। सरकार ने मार्च 2023 में ‘अरावली ग्रीन वॉल’ पहल को पेश किया था। इस परियोजना का लक्ष्य गुजरात, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली में लगभग 64 लाख हेक्टेयर भूमि को शामिल करते हुए पांच किलोमीटर चौड़ा ‘हरित पट्टी बफर जोन’ स्थापित करना है। इस बफर जोन के भीतर, लगभग 42 प्रतिशत (27 लाख हेक्टेयर) भूमि बंजर है।