मोदी 77,000 करोड़ की योजनाओं का करेंगे लोकार्पण

दाहोद में 22,808 करोड़ की रेलवे की परियोजनाएं शामिल
प्रतीकात्मक तस्वीर
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अंजलि भाटिया

दाहोद (गुजरात): गुजरात का दाहोद अब सिर्फ एक शहर नहीं, बल्कि भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता और औद्योगिक क्रांति का नया प्रतीक बन रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को रेलवे व अन्य 77,000 करोड़ की योजनाओं में शामिल गुजरात के दाहोद में 22,808 करोड़ रुपये की विशाल रेलवे परियोजनाओं का लोकार्पण कर देश को ‘आत्मनिर्भर भारत’ की ओर एक और ऐतिहासिक कदम बढ़ाने का संदेश देने जा रहे हैं। इनमें दाहोद के रोलिंग स्टॉक कारखाने का लोकार्पण, आणंद-गोधरा रेलखंड की दोहरीकरण परियोजना का लोकार्पण, गुजरात में रेल नेटवर्क के 100% विद्युतीकरण का लोकार्पण व राजकोट कानालुस दोहरीकरण परियोजना के राजकोट- हडमतियां खंड का लोकार्पण शामिल हैं। इसके अलावा पीएम दाहोद कारखाने में विर्निमित इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव, वेरावल (सोमनाथ) और साबरमती (अहमदाबाद) के बीच ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ व वलसाड-दाहोद एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार सिंह ने रविवार को अधिकारियों के साथ इन परियोजनाओं की समीक्षा के साथ तैयारियों को अंतिम रूप दिया। उन्होंने बताया कि दो साल पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने अप्रैल 2022 में दाहोद रोलिंग स्टॉक कारखाने की आधारशिला रखी थी। इस कारखाने से ‘मेक इन इंडिया एंड मेक फॉर वर्ल्ड’ के तहत लोकोमोटिव इंजनों का निर्माण किया जाएगा। इन इंजनों को अफ्रीका समेत अन्य देशों में भी निर्यात किया जाएगा। यानी अब ‘मेक इन इंडिया’ सिर्फ देश तक सीमित नहीं, बल्कि ‘मेक फॉर वर्ल्ड’ की दिशा में भी बड़ी छलांग है। उन्होंने बताया कि इस लोकोमोटिव कारखाने के निर्माण में 645 करोड़ की लागत आयी है। दाहोद रोलिंग स्टॉक कारखाने में एक साल में 120 इंजन बनाने की क्षमता है, इसे बढ़ाकर 150 भी किया जा सकता है। इससे दस सालों में 1200 से लेकर 1500 तक लोकोमोटिव बनाए जा सकते हैं। यहां निर्मित इंजन की क्षमता का जिक्र करते हुए सतीश कुमार सिंह ने कहा कि 900 हॉर्स पावर की क्षमता वाला यह इंजन 5000 टन से ज्यादा खींच सकता है। साथ ही उन्होंने बताया कि यहां देश-विदेश की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग गेज के इंजन तैयार किये जाएंगे। उन्होंने बताया कि रिकॉर्ड समय में इस रोलिंग स्टॉक कारखाने का निर्माण कार्य पूरा किया गया है। वहीं पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विनीत अभिषेक ने बताया कि करीब तीन साल पहले पीएम ने इस लोकोमोटिव फैसेलिटी के निर्माण कार्य की शुरु की थी। अब रिकॉर्ड समय में पीएम इसका लोकार्पण करने जा रहे हैं। इस निर्माण संयंत्र से हमने भारत का सबसे पावरफुल 900 हॉर्स पावर की क्षमता वाला लोकोमोटिव इंजन तैयार किया है। यह इंजन हमारी तकनीकी श्रेष्ठता को साबित करता है। इससे हमारे फ्रेट ट्रेन ऑपरेशन की गति काफी तेज हो जाएगी। उन्होंने बताया कि इस लोकोमोटिव से ट्रेन की स्पीड 120 किमी प्रति घंटा हो जाएगी। विनीत अभिषेक ने बताया कि इस लोकोमोटिव में कई ऐसे फीचर हैं, जो सुविधा व सुरक्षा के लिहाज से इसे काफी खास बनाते हैं। आने वाले समय में जब हमारा स्वदेशी ट्रेन प्रोटेक्शन सिस्टम लागू होगा तो यह इंजन उसे इस्तेमाल करने के लिए पूरी तरह से तैयार रहेगा। साथ ही यह लोकोमोटिव पूरी तरह से एयरकंडीशन है। इससे लोकोमोटिव व अन्य संबंधित स्टाफ को आराम मिलेगा और डयूटी करने में आसानी मिलेगी। इसके अलावा इसमें सीसीटीवी कैमरे, फायर डिटेक्टर सिस्टम, फॉग डिटेक्टर सिस्टम है।

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