

मेरठ - जिला जेल में बंद मुस्कान का तबीयत खराब होने पर महिला अस्पताल में प्रेग्नेंसी टेस्ट कराया गया, जिसमें वह गर्भवती पाई गई। इसके बाद शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज में उसका अल्ट्रासाउंड हुआ, जिसमें उसकी गर्भावस्था चार से छह सप्ताह की बताई गई है। मामला ब्रह्मपुरी इलाके का है, जहां 3 मार्च को मुस्कान और साहिल ने मिलकर सौरभ की हत्या कर दी थी और शव को एक ड्रम में डालकर सीमेंट से बंद कर दिया था। 4 मार्च को दोनों हिमाचल प्रदेश घूमने निकल गए और 17 मार्च को लौटे। 18 मार्च को पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और अगले दिन अदालत ने दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। मुस्कान की तबीयत खराब होने पर अस्पताल में उसकी जांच कराई गई, जिसमें उसकी गर्भावस्था की पुष्टि हुई।
चार से छह सप्ताह की है गर्भावस्था
जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को पुलिस लाइंस से सुरक्षा दस्ते को बुलाकर मुस्कान को सुबह 11:45 बजे मेडिकल कॉलेज में अल्ट्रासाउंड जांच के लिए भेजा गया। जांच के बाद करीब 1:30 बजे वह दोबारा जेल लौट आई। अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में उसकी गर्भावस्था चार से छह सप्ताह की पाई गई। इसके बाद गायनोकॉलोजिस्ट ने उसे दवाएं दीं। मुस्कान को पहले से ही अन्य गर्भवती महिलाओं के साथ एक अलग बैरक में रखा गया था।
पुलिस सुरक्षा में मुस्कान खामोश रही
बताया जाता है कि पुलिस सुरक्षा में मुस्कान गुमशुम रही है। जेल प्रशासन और पुलिस ने मुस्कान के अल्ट्रासाउंड कराने को पूरी तरह से गोपनीय रखा था। मुस्कान के अल्ट्रासाउंड होने के बाद ही जानकारी मिली।
सौरभ के परिवार ने डीएनए टेस्ट की बात कही
सौरभ के परिवार का कहना है कि वे मुस्कान के गर्भ में पल रहे बच्चे को तभी स्वीकार करेंगे जब डीएनए टेस्ट से यह साबित हो जाएगा कि बच्चा सौरभ का ही है। फिलहाल, वे मानते हैं कि यह बच्चा मुस्कान के प्रेमी साहिल का है। दूसरी ओर, मुस्कान के माता-पिता ने साफ कह दिया है कि अब उनके लिए मुस्कान मर चुकी है और उन्हें उसके बच्चे से कोई सरोकार नहीं है। वे सिर्फ मुस्कान की बेटी पीहू की देखभाल करेंगे, उसे अपने बच्चे की तरह पालेंगे।