

लुधियाना : नशे की समस्या पर अंतिम हमला बोलते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान व दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को हजारों युवाओं को शपथ दिलाने के बाद इस खतरे के खिलाफ जन-जागरूकता अभियान को हरी झंडी दिखाई।नशे की समस्या के खिलाफ जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से मार्च पास्ट के लिए आयोजित सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा,‘यह नशे के खिलाफ निर्णायक जंग है और हम पूरे राज्य से इस अभिशाप को खत्म करने का संकल्प लेते हैं।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत हो चुका और अब राज्य सरकार चुपचाप नहीं बैठेगी और नशा पीड़ितों की लाशों और चिताओं पर तस्करों को फलते-फूलते नहीं देखेगी। मान ने कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही नशे की सप्लाई लाइन तोड़ दी है और इस घृणित अपराध में शामिल बड़े मगरमच्छों को सलाखों के पीछे धकेल दिया गया है। उन्होंने कहा कि नशा तस्करों द्वारा गैर-कानूनी तरीकों से बनाई गयी संपत्ति को प्रांत सरकार ने पहली बार ढहाया या जब्त किया है ताकि यह दूसरों को इस काम में आने से रोके। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों की खराब कार्यप्रणाली के कारण राज्य में नशे की समस्या बहुत गंभीर हो गयी है और यह अब हमारी नसों में घुस चुकी है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वे सौभाग्यशाली हैं कि उन्हें आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल से प्रेरणा मिली है, जिन्होंने दिल्ली में कई बुराइयों को खत्म करने के साथ-साथ कई क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव लाए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री के निरंतर नेतृत्व में पंजाब जल्द ही नशों के खतरे से मुक्त हो जाएगा। :‘’