

चोजुबा : नागालैंड विधान सभा (एनएलए) के पूर्व अध्यक्ष डॉ. चोटिसुह साजो ने इस बात पर जोर दिया कि ‘भाषा ही मानवता की असली पहचान है।’
डॉ. चोटिसुह साजो शुक्रवार, 18 जुलाई को चोजुबा के सरकारी हाई स्कूल जापान रीबा के बहुउद्देश्यीय हॉल में आयोजित ‘भाषा ही पहली पहचान है’ विषय पर चोकरी चाखेसांग साहित्य बोर्ड (सीसीएलबी) के 15वें आम अधिवेशन को अतिथि वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे। अपनी भाषा के साथ खुद को अक्षुण्ण बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर देते हुए चोटिसुह साजो ने कहा, ‘परिवार के मंच पर मातृभाषा बोलना हमारी भाषा को बढ़ावा देने, संरक्षित करने और हमारी पहचान को अद्यतन रखने का प्रमुख कारक है।’ उन्होंने उपस्थित सदस्यों से सन् 2027 में होने वाली ‘जनगणना अभियान’ को गंभीरता से लेने की भी अपील की। यहां प्राप्त जानकारी के अनुसार, थीम सत्र में एससीईआरटी, नागालैंड के शोध सहयोगी, शेखोलू टेटसेओ ने ‘भाषा को बढ़ावा देना’ पर चर्चा की, जबकि कोर कमेटी के संयोजक जचिल्हू आर. वाडेओ ने ‘चोकरी भाषा : विकासात्मक गतिविधियों’ पर बात की। कैपिटल कॉलेज ऑफ हायर एजुकेशन, कोहिमा के प्राचार्य डॉ. जोखो वेणुह ने सत्र का संचालन किया। इस बीच, 2025-2027 के कार्यकाल के लिए पदाधिकारियों की एक नयी टीम गठित की गयी, जिसमें निम्नलिखित शामिल हैं : अध्यक्ष - वेखोजो रिंगा; उपाध्यक्ष - वेथिखोई खामो (सामान्य प्रशासन) और ख्रुसाहू राखो (सुसमाचार साहित्य); महासचिव (प्रशासन)- डॉ. वेखरुजो कीहो; महासचिव (तकनीकी) - थेकुवेलु सखामो; वित्त सचिव - वेखोसा नाकरो; कोषाध्यक्ष - केवेशो टेटसेओ।
सीसीएलबी द्वारा तैयार की गयी चोकरी भाषा में त्रैमासिक पत्रिका ‘चोकरी जुये दा’ का निवर्तमान अध्यक्ष अरीयी नीनु द्वारा आधिकारिक रूप से विमोचन किया गया। इस सत्र के लिए लगभग 300 लोगों ने पंजीकरण कराया। सीसीएलबी के 15वें आम सत्र का प्रायोजन विधायक एवं एनपीएफ विधायक दल के नेता कुझोलुजो नीनु ने किया।