नागालैंड को गेमिंग हब बनाने पर क्राफ्टन की नजर

ई-स्पोर्ट्स के बढ़ते केंद्र के रूप में नागालैंड और पूर्वोत्तर की संभावनाओं को लेकर आशा व्यक्त की
नागालैंड को गेमिंग हब बनाने पर क्राफ्टन की नजर
Published on

कोहिमा : दक्षिण कोरिया स्थित क्राफ्टन इंक. की सहायक कंपनी क्राफ्टन इंडिया ने गेम डेवलपमेंट और ई-स्पोर्ट्स के बढ़ते केंद्र के रूप में नागालैंड और पूर्वोत्तर की संभावनाओं को लेकर आशा व्यक्त की है।

कोहिमा की अपनी यात्रा के दौरान क्राफ्टन के अधिकारियों ने छात्रों, शिक्षकों और हितधारकों से मुलाकात की और भारत में कंपनी के निवेश, लक्ष्यों और सहायता कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला। मंगलवार को होटल विवोर में मीडिया को संबोधित करते हुए क्राफ्टन इंडिया की पीआर प्रमुख मनवा हंसवदकर ने स्थानीय संस्थानों और छात्रों को उनकी भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि कंपनी भारत को केवल गेम और डिजिटल सामग्री के लिए उपभोक्ता बाजार के रूप में ही नहीं, बल्कि एक क्रिएटर बाजार के रूप में विकसित करने पर केंद्रित है। मनवा हंसवदकर ने बताया कि क्राफ्टन, जो क्राफ्टन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के तहत बेंगलुरु और नयी दिल्ली से संचालित होता है, ने हाल ही में भारत में अपने विस्तार के तहत, रियल क्रिकेट गेम के लिए प्रसिद्ध पुणे स्थित स्टूडियो नॉटिलस मोबाइल का अधिग्रहण किया है।

उन्होंने क्राफ्टन इंडिया गेमिंग इनक्यूबेटर पर प्रकाश डाला- एक मेंटरशिप और फंडिंग प्रोग्राम, जो शुरुआती स्तर के गेम डेवलपर्स को साल भर के प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता प्रदान करता है। पीपल ऑपरेशन्स के प्रमुख सौरभ शाह ने कहा कि उनकी यह यात्रा भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) और नागालैंड निवेश एवं विकास प्राधिकरण (आईडीजीएस) द्वारा कौशल विकास कार्यशाला में भाग लेने के निमंत्रण के बाद हुई है। उन्होंने आगे कहा कि कंपनी का उद्देश्य गेमिंग में करियर के अवसरों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। इस अवसर का एक प्रमुख आकर्षण कोहिमा स्थित रेडिमेंशन गेम्स के साथ क्राफ्टन की साझेदारी थी, जो क्राफ्टन के सहायता कार्यक्रम के तहत विकसित दस-सदस्यीय स्टूडियो है। बीजीएमआई के प्रमुख उत्पाद प्रबंधक करण गायकवाड़ ने कहा कि नागालैंड के छात्रों ने गेमिंग की गहरी समझ दिखाई। उन्होंने कला, संगीत और डिजाइन के साथ क्षेत्र के मजबूत सांस्कृतिक जुड़ाव का उल्लेख किया, जो गेम डेवलपमेंट में कहानी कहने के साथ अच्छी तरह मेल खाता है। अधिकारियों ने कहा कि नागालैंड में बैटल ग्राउंड्स मोबाइल इंडिया (बीजीएमआई) के कई खिलाड़ी हैं और गेम डेवलपमेंट शुरू करने के लिए न्यूनतम बुनियादी ढांचे की आवश्यकता है, जिससे यह क्षेत्र के युवाओं के लिए संभव हो सके। क्राफ्टन ने कॉलेजिएट ईस्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए अपने कैंपस टूर के बारे में भी बात की और हॉर्नबिल फेस्टिवल जैसे आयोजनों के लिए साझेदारी में रुचि व्यक्त की। हॉर्नबिल फेस्टिवल जैसे आयोजनों के लिए नागालैंड सरकार के साथ संभावित सहयोग के बारे में पूछे जाने पर, जहां पिछले साल डोटा 2 और बग्मी जैसे ई-स्पोर्ट्स शामिल थे, क्राफ्टन इंडिया ने नागालैंड सरकार के साथ दीर्घकालिक सहयोग बनाने में रुचि व्यक्त की है। मीडिया से बात करते हुए क्राफ्टन के अधिकारियों ने कहा कि वे ऐसी साझेदारियों की तलाश में हैं, जो स्थानीय गेमिंग पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा दें और महत्वाकांक्षी ई-स्पोर्ट्स खिलाड़ियों और डेवलपर्स के लिए मंच प्रदान करें। इस यात्रा पर टिप्पणी करते हुए पीपल ऑपरेशन्स के प्रमुख सौरभ शाह ने कहा कि नागालैंड में उनका अनुभव प्रेरणादायक रहा। उन्होंने आतिथ्य, सीखने की उत्सुकता और छात्रों व शिक्षकों की सशक्त भागीदारी की प्रशंसा की। शाह ने कहा कि क्राफ्टन इच्छुक कॉलेजों और संस्थानों के साथ मिलकर युवा प्रतिभाओं के लिए ज्ञान-साझाकरण सत्र, इंटर्नशिप कार्यक्रम और संभावित रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए तैयार है। अधिकारियों ने इस बात पर प्रकाश डाला कि नागालैंड के युवाओं में डिजिटल तत्परता, कलात्मक प्रतिभा और कहानी कहने की क्षमता है, जो उन्हें गेम डेवलपमेंट के लिए उपयुक्त बनाती है। क्राफ्टन जैसी कंपनियों से निरंतर समर्थन और स्थानीय सहभागिता के साथ नागालैंड में देश में गेमिंग और डिजिटल सामग्री निर्माण के केंद्र के रूप में उभरने की प्रबल संभावना है।


संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in