आगरा : अपराध की दुनिया में कदम रखने वाले अपराधियों को अब आगरा जिला जेल प्रशासन समाज का हिस्सा बनने के लिए एक और मौका दे रहा है। आगरा की जिला जेल परिसर में जेल चौपाटी खोली गई है। इस चौपाटी में जेल से जमानत पर रिहा हुए कैदी काम कर रहे है। जिला जेल परिसर में बनी चौपाटी में अब यह कैदी लोगों को खाना सर्व करते नजर आ रहे हैं, जो कभी किसी ना किसी अपराध की वजह से जेल में बंद थे। हर रोज जेल में बंद कैदियों से मुलाकात करने के लिए उनके परिजन पहुंचते हैं। सुबह 7:00 बजे से ही लाइन लगनी शुरू हो जाती है। ऐसे में चाय नाश्ता और खाने के लिए कोई उचित जगह नहीं थी। जेल चौपाटी से ऐसे लोगों को सहूलियत मिल रही है। जेल चौपाटी में काम कर रहे जमानत पर रिहा नौबस्ता लोहा मंडी के रहने वाले कमल मिश्रा बताते हैं कि साल 2021 में उनके ऊपर दहेज का केस लगा। 32 महीने जेल में गुजारने के बाद, अब वह जमानत पर बाहर है। कभी सोचा नहीं था कि जेल की चार दीवारी से बाहर निकाल पाएंगे, लेकिन जेल प्रशासन के सहयोग से अब वह अपने पैरों पर खड़े हो रहे हैं और कैंटीन में लोगों को खाना सर्व करते हैं, जो आमदनी होती है उससे उनका परिवार चलता है। वह बेहद खुश हैं कि उन्हें जेल चौपाटी में काम मिला। जेल चौपाटी में कैशियर के पद पर काम कर रहे फतेहपुर सीकरी के अमित शर्मा बताते हैं कि साल 2018 में वह आगरा जिला जेल आए थे। उन पर 302 का चार्ज था। साढ़े 5 साल वे जेल में रहे और अब वह दोष मुक्त हो गए हैं, लेकिन समाज का नजरिया उनके प्रति बदल गया था। कोई भी उन्हें नौकरी नहीं दे रहा था। लोग उन्हें अपराधी की दृष्टि से देखते थे। भले ही वह दोष मुक्त हो गए थे। कई बार नौकरी के लिए ऑफिसों के चक्कर काटे, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। जब जेल परिसर में जेल चौपाटी खुली तो उन्हें यहां पर कैशियर का काम मिल गया। अब वह बेहद खुश हैं। धीरे-धीरे उनके प्रति समाज का नजरिया भी बदल रहा है। अमित मानते हैं कि जिंदगी ने उन्हें दोबारा मौका दिया है।