नई दिल्ली: अर्थशास्त्री थर्मन शनमुगरत्नम ने गुरुवार (14 सितंबर ) को सिंगापुर के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली है। वह सिंगापुर में जन्मे भारतीय मूल के व्यक्ति हैं। वह आगे 6 साल तक सिंगापुर का नेतृत्व करेंगे।
सिंगापुर की पहली महिला राष्ट्रपति हलीमा याकूब की जगह शपथ लेंगे। वहां के भारतवंशी मुख्य न्यायाधीश सुंदरेश मेनन ने थर्मन को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण कार्यक्रम 154 साल पुराने महल इस्ताना में हुआ। यह राष्ट्रपति का आधिकारिक निवास और कार्यालय है। इसी के साथ वह सिंगापुर के नौवें राष्ट्रपति बन गए हैं।
कितने वोटों के अंतर से जीते थर्मन ?
बीते 1 सितंबर को हुए राष्ट्रपति चुनाव में थर्मन को सबसे ज्यादा 70.4 फीसदी वोट मिला था। चुनाव में उन्होंने चीनी मूल के एनजी कोक सॉन्ग और टैन किन लियान को मात दी थी। एनजी कोक सॉन्ग को महज 15.72 फीसदी, जबकि टैन किन लियान को 13.88 फीसदी वोट मिले।
साल 2001 से राजनीति में रखा कदम
थर्मन शनमुगरत्नम की एक बेटी और तीन बेटे हैं। राजनीति में आने से पहले थर्मन शनमुगरत्नम अर्थशास्त्री थे और नौकरशाह के रूप में सिंगापुर के मौद्रिक प्राधिकरण से जुड़े थे। इसके अलावा उन्होंने साल 2011 से 2019 तक उप प्रधानमंत्री का पद की जिम्मेदारी संभाली है। जानकारी के मुताबिक उन्होंने वहां की राजनीति में कदम साल 2001 में रखा था।