

नई दिल्ली - भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए जैश-ए-मोहम्मद के कुख्यात आतंकवादी और शीर्ष कमांडर अब्दुल रऊफ अजहर को मार गिराया है। इस कार्रवाई का असर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी दिखाई देने लगा है। अमेरिका ने अब्दुल अजहर के मारे जाने पर भारत की सराहना करते हुए खुले तौर पर धन्यवाद व्यक्त किया है। अब्दुल रऊफ, जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक मसूद अजहर का भाई और संगठन की आतंकी गतिविधियों का प्रमुख योजनाकार था। उसकी मौत से अमेरिका भी संतोष और खुशी जाहिर कर रहा है।
अमेरिका ने किया भारत का समर्थन
अमेरिका के पूर्व राजदूत और संयुक्त राष्ट्र में स्थायी प्रतिनिधि रहे जालमे खलीलजाद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, "भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के दौरान क्रूर आतंकवादी अब्दुल रऊफ अजहर को मार गिराया है। यह वही शख्स है जिसने 2002 में यहूदी पत्रकार डेनियल पर्ल का सिर कलम कर हत्या कर दी थी। आज इंसाफ हुआ है। थैक्यू इंडिया।"
भारत द्वारा सैन्य कार्रवाई कर मारे गए अब्दुल रऊफ की मौत पर अमेरिका ने इसे 'जस्टिस डिलीवर्ड' बताया है। कुख्यात आतंकी की मौत से अमेरिका के साथ-साथ यहूदी समुदाय भी काफी ज्यादा संतुष्ट नजर आ रहा है।
डेनियल पर्ल की हत्या से जुड़ा था अब्दुल अजहर
साल 2002 में पाकिस्तान में एक दिल दहला देने वाली घटना में वॉल स्ट्रीट जर्नल के वरिष्ठ पत्रकार डेनियल पर्ल की निर्मम तरीके से गला काटकर हत्या कर दी गई थी। इस जघन्य अपराध ने वैश्विक स्तर पर गहरा असर डाला था। इस हत्याकांड के पीछे अब्दुल रऊफ का हाथ था, जो इसका मुख्य साजिशकर्ता था और जिसे अमेरिकी एजेंसियां वर्षों से पकड़ने की कोशिश कर रही थीं।
US महिला डिप्लोमैट ने पीएम मोदी को टैग कर कहा धन्यवाद
अमेरिका की एक वरिष्ठ डिप्लोमैट एली कोहैनिम ने भी अब्दुल रऊफ अजहर की मौत पर भारत को धन्यवाद कहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO India) को टैग कर लिखा, "हम लंबे समय से डेनियल पर्ल के लिए न्याय का इंतजार कर रहे थे। उनकी बेरहमी से हत्या की गई थी। मैं व्यक्तिगत रूप से भारत सरकार की आभारी हूं।"
अंतरराष्ट्रीय मीडिया और यहूदी समुदाय ने की सराहना
भारत की ओर से की गई कड़ी कार्रवाई को इज़राइल के प्रमुख अखबार ‘द यरूशलम पोस्ट’ ने विस्तार से कवरेज दी है। अपनी रिपोर्ट में अखबार ने लिखा कि भारत की इस निर्णायक कार्रवाई से वैश्विक यहूदी समुदाय ने राहत की सांस ली है। जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ भारत के सख्त रवैये को अंतरराष्ट्रीय समर्थन मिल रहा है।