रांचीः लोकसभा चुनाव के बीच झारखंड में ED ने बड़ी कार्रवाई की है। प्रदेश के ग्रामीण विकास मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता आलमगीर आलम को अरेस्ट कर लिया है। मंत्री से रांची स्थिति ईडी कार्यालय में आज सुबह से ही पूछताछ चली। बताया जा रहा है कि 10 घंटे से ज्यादा चली पूछताछ के बाद आलमगीर को गिरफ्तार किया गया। मंत्री के निजी सचिव संजीव लाल और उनके नौकर जहांगीर आलम को ED की टीम पहले ही गिरफ्तारी कर चुकी है। अभी हाल में आलमगीर आलम के PS के नौकर के घर से 37 करोड़ रुपये कैश बरामद किए गए थे। इसी मामले में मंत्री को पूछताछ के लिए बुलाया गया था।
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इससे पहले झारखंड के मंत्री और कांग्रेस नेता आलमगीर आलम मनी लांड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए मंगलवार को ईडी के सामने पेश हुए थे। ईडी अधिकारियों ने उनसे नौ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी। राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलम को रात में ईडी ने घर जाने दिया था लेकिन आज उन्हें फिर से पूछताछ के लिए बुलाया गया था। जिसके बाद ED की टीम ने उन्हें अरेस्ट किया है।
ED ने 35 करोड़ से ज्यादा किया था बरामद
बता दें कि ईडी ने पिछले सप्ताह आलमगीर आलम के निजी सचिव और राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी संजीव कुमार लाल (52) और घरेलू सहायक जहांगीर आलम (42) को उनसे जुड़े एक फ्लैट से 35 करोड़ रुपये से अधिक कैश जब्त करने के बाद गिरफ्तार किया था। रेड के दौरान कैश गिनने के लिए कई गिनती मशीनें लाई गईं थी। इसके अलावा जहांगीर आलम के फ्लैट से कुछ आभूषण भी बरामद किए थे।
क्या पूरा मामला
मंत्री को पीएमएलए के तहत अपना बयान दर्ज कराने के लिए मंगलवार को रांची में ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय में पेश होने के लिए कहा गया था। मनी लांड्रिंग की जांच राज्य के ग्रामीण विकास विभाग में कथित अनियमितताओं से संबंधित है। 70 वर्षीय कांग्रेस नेता आलमगीर आलम झारखंड में ग्रामीण विकास मंत्री हैं और राज्य विधानसभा में पाकुड़ सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। यह छापेमारी झारखंड ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चल रही जांच के सिलसिले में की गई। जिन्हें पिछले साल गिरफ्तार किया गया था। इस बाद जांच का दायरा बढ़ता गया।