आईएमडी का और वर्षा होने का अनुमान

होगी कई जगह झमाझम बारिश
दिल्ली में भारी बारिश के बाद जलजमाव
दिल्ली में भारी बारिश के बाद जलजमाव-
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नयी दिल्ली : दिल्ली में बुधवार सुबह हुई भारी बारिश के बाद कामकाजी घंटे के दौरान जलभराव होने और यातायात बाधित रहने से वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को पूरे दिन और बारिश होने का अनुमान जताते हुए कई इलाकों के लिए ‘रेड’ और ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किए हैं।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी के प्राथमिक मौसम केंद्र, सफदरजंग ने सुबह 5:30 बजे से 8:30 बजे के बीच 5.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी, जबकि अन्य केंद्रों ने इससे अधिक बारिश दर्ज हुई। प्रगति मैदान में 16.6 मिलीमीटर, पूसा में 10 मिलीमीटर, जनकपुरी में 9.5 मिलीमीटर और नजफगढ़ में 2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी। जलभराव और यातायात व्यवधान ने दिल्ली के कई हिस्सों को प्रभावित किया, जिनमें दक्षिणी दिल्ली, दक्षिण पूर्वी दिल्ली, उत्तरी दिल्ली, आईटीओ, साउथ एक्सटेंशन, एनएच-8, महरौली-गुड़गांव रोड, नेहरू प्लेस, ईस्ट ऑफ कैलाश, कॉलोनी रोड और कई अन्य इलाके शामिल हैं। उत्तर पश्चिम और दक्षिण पश्चिम दिल्ली में ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया गया है, जिसका अर्थ है ‘तैयार रहें’, जबकि दक्षिणी दिल्ली और उत्तर पूर्वी दिल्ली जैसे इलाके ‘रेड’ अलर्ट पर हैं, जो अधिकतम सतर्कता व त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता को दर्शाता है।

अधिकारियों ने निवासियों को घर के अंदर रहने, यात्रा करने से बचने, यातायात सूचनाओं का पालन करने, बिजली के खंभों और तारों से दूर रहने और पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचने की सलाह दी है। बारिश के कारण तापमान में गिरावट आई, जिससे उमस से परेशान लोगों को राहत मिली। आईएमडी के अनुसार, न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया , जो सामान्य से 1.7 डिग्री कम है। अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है।

रियासी में भूस्खलन, 2 की मौत

जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में एक तंबू के भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गयी। अधिकारियों ने बताया कि यह घटना मंगलवार रात को माहोरे तहसील के बदोरा पहाड़ी क्षेत्र में भगवान शिव को समर्पित एक मंदिर के पास हुई। जब भूस्खलन हुआ तब दोनों लोग एक तंबू में सो रहे थे। उन पर मंदिर तक जाने वाले मार्ग पर सुचारू प्रबंधन का जिम्मा था। आम नागरिकों और पुलिस ने बचाव अभियान संचालित किया तथा मलबे से दोनों के शव बरामद किए। मृतकों की पहचान तुली कलावन निवासी रशपाल सिंह (26) और चेनानी निवासी रवि कुमार (23) के रूप में की गयी है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे।

मंगलुरु में भारी भूस्खलन, सड़क धंसी, घरों और बागानों को नुकसान

कर्नाटक केे मंगलुरु के बाहरी इलाके पेरमंकी में बारिश से हुए भूस्खलन के कारण उलयिबेट्टू को पेरमई चर्च से जोड़ने वाली सड़क का एक बड़ा हिस्सा धंस गया जिससे स्थानीय निवासियों को अब मंगलुरु पहुंचने के लिए मल्लूरु होकर लंबा मार्ग अपनाना पड़ रहा है। अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन के कारण कई घरों और बागानों को भी नुकसान पहुंचा है। स्थानीय प्रशासन ने बताया कि भूस्खलन का मलबा सड़क के एक किलोमीटर के हिस्से में फैल गया है जिससे सुपारी और नारियल के दर्जनों पेड़ उखड़ गये हैं। यह भूस्खलन रविवार को हुआ था लेकिन मंगलवार शाम तक इसका मलबा बड़े क्षेत्र में फैल गया। उन्होंने बताया कि इस वजह से पेरमंकी पदवी को पालिकट्टे और मल्लूरु उडडाबेट्टू से जोड़ने वाली एक और सड़क भी अवरुद्ध हो गयी, जिससे सैकड़ों घरों का संपर्क टूट गया है और निवासियों को वैकल्पिक मार्गों के इस्तेमाल के लिए मजबूर होना पड़ा है। अधिकारियों ने बताया कि कई घरों में दरार आ गई है जिससे भयभीत कई परिवार अन्य स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हैं। उन्होंने बताया, ‘ऊपरी इलाके में स्थित पेरमंकी में कई धाराएं और नाले हैं जो निचले इलाके कैगुरी की ओर बहते हैं। भूस्खलन ने इन जल स्त्रोत के प्राकृतिक प्रवाह को बाधित कर दिया है जिससे आस-पास के क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गयी है।’ मौका मुआयना करने पहुंचे तालुक पंचायत के कार्यकारी अधिकारी महेश कुमार ने पुष्टि की कि तहसीलदार के माध्यम से उपायुक्त को एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपी जाएगी। उन्होंने इस घटना से हुए व्यापक नुकसान की बात को स्वीकार किया।


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