

नई दिल्ली - वक्फ संशोधन कानून 2025 के दो महत्वपूर्ण प्रावधानों पर सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में अगली सुनवाई तक रोक लगा दी है। इसी दौरान गुरुवार को दाऊदी बोहरा समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और इस कानून की सराहना की।
वक्फ संशोधन का स्वागत किया
बोहरा समुदाय के प्रतिनिधिमंडल ने संसद से पारित वक्फ संशोधन कानून का समर्थन करते हुए उसका स्वागत किया और इसे लागू कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि इस कानून में उनकी समुदाय से जुड़ी अहम मांगों को शामिल किया गया है। प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री के ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के विज़न पर भरोसा जताया।
पीएम मोदी ने किया पोस्ट
बैठक में उनके साथ अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू भी थे। पीएम मोदी ने इसको लेकर एक्स पर पोस्ट भी किया। एक्स पर पोस्ट में पीएम ने लिखा,
दाऊदी बोहरा समुदाय के सदस्यों के साथ बैठक हुई! हमने बातचीत के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा की। संवाद के दौरान दाऊदी बोहरा समुदाय के एक सदस्य ने बताया कि वे 1923 से ही वक्फ नियमों से छूट की मांग कर रहे थे। कानून के जरिये अल्पसंख्यकों के भीतर अल्पसंख्यकों का खयाल रखने के लिए उनकी सराहना की।
बोहरा समुदाय के व्यक्ति ने सुनाया अपना दर्द
बोहरा समुदाय के एक सदस्य ने प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान अपनी परेशानी साझा करते हुए बताया कि पुराने वक्फ कानून के चलते उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के भिंडी बाजार में उनका एक प्रोजेक्ट चल रहा था और 2015 में उन्होंने बड़ी मेहनत से वहां एक जमीन खरीदी थी। लेकिन 2019 में नासिक और अहमदाबाद से कुछ लोग आकर दावा करने लगे कि वह जमीन वक्फ संपत्ति है। जबकि उस जगह पर लोग रह रहे थे, किरायेदार थे, दुकानें थीं, और एक 700 वर्ग फीट का कम्युनिटी हॉल भी था जहां नमाज अदा की जाती थी। उन्होंने राहत जताते हुए कहा कि अब इस सरकार ने ऐसे मामलों पर सख्ती से रोक लगा दी है और साफ कर दिया है कि इस तरह की मनमानी अब नहीं चलेगी।