
गुवाहाटीः असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि बांग्लादेश की सीमा से लगे धुबरी जिले में रात में देखते ही गोली मारने के आदेश लागू होंगे, क्योंकि एक ‘‘सांप्रदायिक समूह’’ अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहा है, जिसे सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी। धुबरी कस्बे में रविवार को एक मंदिर के पास मांस के टुकड़े मिलने के बाद लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था। इलाके में सोमवार को निषेधाज्ञा लागू की गई थी, जिसे मंगलवार को हटा लिया गया। मुख्यमंत्री ने स्थिति की समीक्षा के लिए शुक्रवार को धुबरी का दौरा किया। उन्होंने कहा कि मेरे गुवाहाटी पहुंचते ही देखते ही गोली मारने का आदेश आज जारी कर दिया जाएगा तथा रात में बाहर निकलने वाले या पत्थरबाजी की घटना में संलिप्त व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिले में त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों को तैनात किया जाएगा और धुबरी में सभी अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने कानून अपने हाथ में लिये हैं, उनके साथ सख्ती से निपटा जाएगा। शर्मा ने कहा कि पिछले एक सप्ताह से धुबरी में कानून-व्यवस्था की स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है।
उन्होंने कहा कि बकरीद के अगले दिन सात जून को धुबरी जिला मुख्यालय में हनुमान मंदिर के सामने एक गाय का सिर मिला था, जिसके बाद हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय के लोगों ने शांति और सद्भाव की अपील की थी। शर्मा ने बताया कि हालांकि अगले दिन फिर से मंदिर के सामने गाय का सिर रखा गया और रात में पत्थरबाजी की गई। उन्होंने बताया कि बकरीद से एक दिन पहले ‘नबीन बांग्ला’ नामक संगठन ने ‘भड़काऊ पोस्टर’ चिपकाए थे, जिनमें धुबरी को बांग्लादेश में शामिल करने की मंशा जाहिर की गई थी। मुख्यमंत्री ने कहा के धुबरी में अशांति फैलाने के लिए एक सांप्रदायिक समूह सक्रिय हो गया है और इसके बारे में पता चलने के बाद मैं धुबरी आया हूं तथा जिले में रात में देखते ही गोली मारने के आदेश लागू रहेंगे। उन्होंने कहा कि धुबरी में सभी अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा और जिन लोगों ने कानून को अपने हाथ में लिया है, उनके साथ सख्ती से निपटा जाएगा। शर्मा ने कहा कि पहले बकरीद पर लोगों का एक वर्ग ‘बीफ’ खाता था, लेकिन इस बार पश्चिम बंगाल से हजारों मवेशी लाए गए हैं और धुबरी में एक ‘नया बीफ माफिया’’उभरा है, जिसने त्योहार से ठीक पहले हजारों जानवरों की खरीद की है।
उन्होंने कहा कि यह बात मेरी जानकारी में आई है और मैंने इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं। मैंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे उन लोगों को गिरफ्तार करें, जिन्होंने यह मवेशी व्यापार शुरू किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले साल वह स्वयं ईद के दिन धुबरी जाएंगे और अगले दिन भी वहीं रहेंगे। शर्मा ने कहा कि हम समुदाय के एक वर्ग को इस तरह की गड़बड़ी करने की अनुमति नहीं दे सकते। हमारी सरकार इसे बर्दाश्त नहीं करेगी और धुबरी को हमारे हाथों से जाने नहीं देगी। उन्होंने कहा कि यदि आवश्यकता पड़ी, तो वह पूरी रात हनुमान मंदिर की रखवाली करेंगे।
उन्होंने कहा कि बकरीद के अगले दिन सात जून को धुबरी जिला मुख्यालय में हनुमान मंदिर के सामने एक गाय का सिर मिला था, जिसके बाद हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय के लोगों ने शांति और सद्भाव की अपील की थी। शर्मा ने बताया कि हालांकि अगले दिन फिर से मंदिर के सामने गाय का सिर रखा गया और रात में पत्थरबाजी की गई। उन्होंने बताया कि बकरीद से एक दिन पहले ‘नबीन बांग्ला’ नामक संगठन ने ‘भड़काऊ पोस्टर’ चिपकाए थे, जिनमें धुबरी को बांग्लादेश में शामिल करने की मंशा जाहिर की गई थी। मुख्यमंत्री ने कहा के धुबरी में अशांति फैलाने के लिए एक सांप्रदायिक समूह सक्रिय हो गया है और इसके बारे में पता चलने के बाद मैं धुबरी आया हूं तथा जिले में रात में देखते ही गोली मारने के आदेश लागू रहेंगे। उन्होंने कहा कि धुबरी में सभी अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा और जिन लोगों ने कानून को अपने हाथ में लिया है, उनके साथ सख्ती से निपटा जाएगा। शर्मा ने कहा कि पहले बकरीद पर लोगों का एक वर्ग ‘बीफ’ खाता था, लेकिन इस बार पश्चिम बंगाल से हजारों मवेशी लाए गए हैं और धुबरी में एक ‘नया बीफ माफिया’उभरा है, जिसने त्योहार से ठीक पहले हजारों जानवरों की खरीद की है।
उन्होंने कहा कि यह बात मेरी जानकारी में आई है और मैंने इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं। मैंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे उन लोगों को गिरफ्तार करें, जिन्होंने यह मवेशी व्यापार शुरू किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले साल वह स्वयं ईद के दिन धुबरी जाएंगे और अगले दिन भी वहीं रहेंगे। शर्मा ने कहा कि हम समुदाय के एक वर्ग को इस तरह की गड़बड़ी करने की अनुमति नहीं दे सकते। हमारी सरकार इसे बर्दाश्त नहीं करेगी और धुबरी को हमारे हाथों से जाने नहीं देगी। उन्होंने कहा कि यदि आवश्यकता पड़ी, तो वह पूरी रात हनुमान मंदिर की रखवाली करेंगे।