जयपुर : राजस्थान के भरतपुर जिले के बयाना के पीलूपुरा इलाके में कारबारी शहीद स्मारक पर आयोजित गुर्जर समाज की महापंचायत समाप्त होने के बाद बड़ी संख्या में लोग रेल पटरी पर इकट्ठा हुए और वहां से गुजरने वाली मथुरा-सवाईमाधोपुर (54794) पैसेंजर ट्रेन को रोक दिया। गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति ने आरक्षण से संबंधित मुद्दों सहित कई मांगों को लेकर दबाव बनाने के लिए इस महापंचायत का आयोजन किया था। संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला ने महापंचायत के दौरान इन मांगों को लेकर राज्य सरकार की ओर से एक मसौदा जवाब समुदाय के सामने पढ़ा। समुदाय की मंजूरी के साथ महापंचायत को वापस ले लिया गया। हालांकि, बाद में समुदाय के कई युवा सदस्यों ने इसे सरकार द्वारा की गई कागजी खानापूर्ति बताते हुए ट्रेन संख्या 54794 को रोक दिया। इससे पहले, समुदाय ने सरकार को रविवार दोपहर तक जवाब देने का समय दिया था।
गृह राज्य मंत्री की गुर्जर नेताओं से आंदोलन से बचने की अपील : गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने गुर्जर नेताओं से आंदोलन से बचने की अपील करते हुए कहा कि लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात रखने का अधिकार है लेकिन जब सरकार बिना किसी महापंचायत और आंदोलन के बात करने के लिए तैयार है तो महापंचायत क्यों? उन्होंने व्यक्तिगत रूप से विजय बैंसला से भी अपील की। बेढ़म ने कहा कि बैंसला भाजपा के सक्रिय नेता हैं और पार्टी नेताओं के साथ उनके करीबी संबंध हैं। मंत्री ने कहा कि बैंसला ने देवली-उनियारा सीट से चुनाव लड़ा और पार्टी की बैठकों में शामिल होते हैं। मैं उनसे बातचीत के जरिए मुद्दों को सुलझाने का आग्रह करता हूं।
यातायात में परेशानी, रूट परिवर्तित किया गया : महापंचायत के कारण बयाना (भरतपुर) और हिंडौन सिटी (करौली) के बीच यातायात की आवाजाही को परिवर्तित कर दिया गया। वाहनों को पीलूपुरा इलाके से बचाकर कलसाड़ा होते हुए करौली और महवा (दौसा) के रास्ते भेजा गया। इसी तरह, करौली से भरतपुर जाने वाले यातायात को बयाना-हिंडौन राज्य राजमार्ग के बजाय हिंडौन-कलसाड़ा-भुसावर के रास्ते भेजा गया। कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।